पुलित्जर पुरस्कार क्या है | Pulitzer Prize kya hai ?

पुरस्कार व्यक्ति में सर्वोत्तम कार्य करने की इच्छा शक्ति को बढ़ाता है। सीखने की प्रक्रिया में पुरस्कार विशेष भूमिका निभाते है। अच्छा काम करने पर हमे पुरस्कार मिलता है और हम सभी को पुरस्कार मिलने पर बहुत प्रसन्ता भी होती है और हमारी कार्य करने की इच्छा शक्ति भी बढ़ जाती है। हर एक क्षेत्र में अच्छा कार्य करने पर पुरस्कार दिए जाते है चाहे वो स्कूल हो, कार्यालय हो, या जनसेवा। पुरस्कार आपके अच्छे कार्यो को प्रोत्साहन देने का कार्य करते है। आज हम बात करेंगे पुलित्जर पुरस्कार क्या है | Pulitzer Prize kya hai ? और जानेगे पुलित्जर अवार्ड के बारे में। पुलित्जर अवार्ड से जुडी जानकारी प्राप्त करने के लिए आर्टिकल को पूरा पढ़े

पुलित्जर पुरस्कार क्या है |
पुलित्जर पुरस्कार क्या है | Pulitzer Prize kya hai ?

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पुलित्जर पुरस्कार क्या है | Pulitzer Prize kya hai

पुलित्जर पुरस्कार संजुक्त राज्य में समाचार पत्र, पत्रिका, साहित्य, संगीत और ऑनलाइन पत्रिका के क्षेत्र में दिया जाता है। दुनिया भर के पत्रकारों के लिए सबसे प्रतिष्ठत अवार्ड पुलित्जर है जिसकी घोषणा अमेरिका के कोलम्बिया यूनिवर्सिटी द्वारा की जाती है। यह पुरस्कार हंगरी के निवासी जोसफ पुलित्ज़र के नाम पर दिया जाता है। इसकी स्थापना 1917 में जोसफ पुलित्जर के योगदान से की गयी थी। Joseph Pultizer अमेरिकन पॉलिटिशियन होने के साथ साथ समाचार पत्र के संपादक थे। जोसफ ने समाचार पत्र प्रकाशक के रूप में अपना भाग्य बनाया। Pulitzer Award की घोषणा प्रत्येक वर्ष अप्रैल में की जाती है। इसकी घोषणा कोलम्बिया यूनिवर्सिटी के प्रेजिडेंट द्वारा की जाती है।

Pulitzer Prize की शुरुआत

जोसफ पुलित्जर का जन्म 10 अप्रैल 1847 को हंगरी में हुआ था और उनकी मृत्यु 29 अक्टूबर 1911 में हुई थी। Pultizer prize की शुरुआत 1917 में हुई थी। यह पुरस्कार पत्रकारिता क्षेत्र में अमेरिका का सर्वाधिक सम्मानित पुरस्कार माना जाता है। पहली बार यह सम्मान 4 जून 1917 में दिया गया था और तभी से ये प्रतिवर्ष उनकी याद में दिया जाता है। पुलित्जर ने अपनी वसीयत से 250000 डॉलर कोलम्बिया यूनिवर्सिटी को पत्रकारिता विषय शुरू करने के लिए तथा पुलित्जर पुरस्कार की शुरुआत करने के लिए दिए थे इसी कारण उनके योगदान के लिए ये अवार्ड प्रतिवर्ष दिया जाता है।

1904 में पुलित्जर ने अपनी वसीयत तैयार की जिसके अनुसार उन्होंने पुलित्जर अवार्ड शुरू करने के प्रावधानों को बताया था। उन्होंने कहा था की सर्वश्रेष्ठा को पुरस्कृत करने के लिए एक पुरस्कार की शुरुआत की जानी चाहिए। जिसके अनुसार 4 अवार्ड पत्रकारिता के लिए, 1 अवार्ड शिक्षा के लिए, 4 ड्रामा के लिए, 5 ट्रैवेलिंग स्कॉलरशिप के तौर पर हो। शुरआत में 3 स्कॉलरशिप कोलम्बिया यूनिवर्सिटी जर्नलिज्म से ग्रेजुएशन करने वाले स्टूडेंट को दी जाती थी 2 स्कालरशिप आर्ट और म्यूजिक के लिए होती थी। वर्तमान समय में 5 स्कालरशिप कोलम्बिया यूनिवर्सिटी में जर्नलिज्म से ग्रेजुएशन करने वालो छात्रों को मिलती है जिसकी राशि 7500 डॉलर ही।

Pulitzer Prize kya hai ?

पुलित्जर सम्मान केवल 21 श्रेणियों(Category) में प्रतिवर्ष दिया जाता है। जिसमे से 20 श्रेणियों को ये पुरस्कार व्यक्तिगत रूप से दिया जाता है जिसमे इनाम की राशि 15000 डॉलर होती है धनराशि के साथ-साथ उनको सर्टिफिकेट भी दिए जाते है। सार्वजनिक सेवा श्रेणी में विजेता को स्वर्ण पदक दिया जाता है।

कैसे होता है चयन

यह सम्मान किसको दिया जायेगा इसका फैसला करने के लिए 5 मेंबर की टीम होती है। ये अवार्ड पाने के लिए आपको पहले एंट्री फीस भरनी होती है। एंट्री फीस 75 डॉलर यानि भारतीय रूपए में लगभग 6000 है। कमेटी की कुछ शर्ते है उनको भी पूरा करना होता है। जोसफ ने प्रोत्साहन के लिए पुलित्जर अवार्ड की स्थापना का प्रावधान किया था। हर साल 107 लोगो को पुलित्जर बोर्ड सेलेक्ट करता है जो 20 अलग-अलग टीम बनती है। प्रत्येक टीम में 5 मेंबर होते है। लेकिन एक टीम में 7 मेंबर होते है जो पब्लिक सर्विस, रिपोटिंग, फीचर राइटिंग वाले क्षेत्र होते है। इस प्रकार 21 केटेगरी में दिए जाने वाले पुलित्जर अवार्ड के लिए विजेताओं का चयन किया जाता है।

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किनको दिया जाता है पुलित्जर अवार्ड

यह सम्मान प्रतिवर्ष वैश्विक स्तर पर दिया जाता है। पुलित्जर पुरस्कार समाचार पत्र, पत्रिका, फोटोग्राफी, साहित्य, संगीत, ऑनलाइन पत्रिका, इतिहास, नाटक , जनसेवा से जुड़े लोगो को दिया जाता है। इस सम्मान को देने का मकशद ये है कि विजेताओं के सहस को बढ़ाया जा सके और उनसे प्रेरित होकर दूसरे लोगो में भी कार्य करने का सहस और लगन को बढ़ावा मिल सके। अलग-अलग क्षेत्र में नयी नयी जानकारी, रिसर्च, रोचक तथ्य सामने लाने वालो को इस अवार्ड से सम्मानित किया जाता है।

अवार्ड में बदलाव

पुलित्जर अवार्ड की निति-नियमो का बदलाव करने का कार्य एडवाइजरी बोर्ड करता है। इस प्रावधान को दिन में रखते हुए कई बदलाव किये गए है। जिनमे नयी श्रेणियों को शामिल करना या ऑनलाइन सामग्री को मान्यता देना भी शामिल है। 1997 में जोसफ पुलित्जर की 150 वी वर्षगांठ पर इसमें बदलाव किये जाने शुरू हुए थे। ऑनलाइन पत्रकारिता में प्रिंट मीडिया की तरफ से किये जा रहे कामो को समझा गया। 1999 में ऑनलाइन पत्र्कारिता को भी अवार्ड श्रेणी में शामिल किया गया उस समय बोर्ड की तरफ से ऑनलाइन अखबारों की प्रेजेंटेशन को पब्लिक सर्विस श्रेणी में रखा गया था फिर उसको 2006 में जर्नलिज्म की 14 श्रेणियों में शामिल कर लिया था। 2012 में बोर्ड ने पूरी तरह से डिजिटल एंट्री और जजिंग सिस्टम को मान्यता दे दी थी।

Pulitzer Prize प्राप्त करने वाले भारतीय

  1. गोविन्द बिहारी लाल (1937)
  2. झुम्पा लाहिड़ी (2000)
  3. गीता आनद (2003)
  4. सिद्धार्थ मुखर्जी (2011)
  5. विजय शेषाद्रि (2014)
  6. डार यासीन (2020)
  7. मुख्तार खान (2020)
  8. चन्नी आनंद (2020)
  9. अदनान आबिदी (2022)
  10. अमित दावे (2022)
  11. डेनिश सिद्दीकी (2022)
  12. सना इरशाद मट्टू (2022)

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पुलित्जर पुरस्कार क्या है से जुड़े कुछ प्रश्न उत्तर

पुलित्जर अवार्ड किस क्षेत्र में सर्वाधिक श्रेष्ठ माना जाता है ?

पुलित्जर अवार्ड पत्रकारिता के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर सर्वाधिक श्रेष्ठ माना जाता है।

Joseph Pultizer कौन थे ?

Joseph Pultizer अमेरिकन पॉलिटिशियन होने के साथ साथ समाचार पत्र के संपादक थे। इन्होने ही कोलम्बिया यूनिवर्सिटी को धनराशि देकर पुलित्जर अवार्ड का प्रावधान शुरू करवाया था। इनके ही योगदान के कारण पुलित्जर अवार्ड दिए जाते है।

पुलित्जर अवार्ड जीतने वाले पहले भारतीय कौन थे ?

पुलित्जर अवार्ड जीतने वाले पहले भारतीय गोविन्द बिहारी लाल जी थे।

पुलित्जर अवार्ड की शुरुआत कब हुई ?

पुलित्जर अवार्ड की शुरुआत 1917 में हुई थी।

वर्तमान समय में पुलित्जर अवार्ड किस श्रेणी में कितने अवार्ड दिए जाते है ?

वर्तमान समय में पत्रकारिता के क्षेत्र में 14 अवार्ड, पत्रों में 6 पुरस्कार और संगीत में 1 पुरस्कार है।

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