पॉलिटेक्निक (Polytechnic) क्या है – स्कूल के समय में सभी छात्रों के मन में ये बात जरूर आती है की स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद आगे क्या करेंगे। सभी छात्रों का कुछ न कुछ लक्ष्य होता है और वो सभी अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए उससे सम्बंधित पढ़ाई करना शुरू कर देते हैं। 12वीं करने के बाद कुछ छात्र डिप्लोमा करने निकल जाते हैं और कुछ छात्र डिग्री करने निकल जाते हैं। तकनिकी क्षेत्र में अपना करियर बनाने के लिए आपको पॉलिटेक्निक का डिप्लोमा करना चाहिए। डिप्लोमा में पॉलिटेक्निक काफी महत्वपूर्ण डिप्लोमा है। देश के कई युवा Polytechnic कर रहे हैं या करने का सोच रहे हैं। यदि आप भी पॉलिटेक्निक करने का सोच रहे हैं और इसके विषय में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो इस लेख को अंत तक पढ़ें और Polytechnic के बारे में सारी जानकारी हासिल करें।
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क्या है पॉलिटेक्निक ?
यदि आप इंजीनियरिंग के फील्ड में किसी भी प्रकार का कोर्स करना चाहते हैं तो पॉलिटेक्निक इसका सबसे पहला चरण है। पॉलिटेक्निक का शाब्दिक अर्थ – पॉली ग्रीक शब्द है जिसका अर्थ होता है “बहु” और टेक्निक का अर्थ होता है -“तकनीक“। अर्थात Polytechnic इंस्टिट्यूट का अर्थ है- “बहु तकनीक संस्थान“। Polytechnic करके ही आप आगे किसी इंजीनियरिंग कोर्स को कर सकते हैं और तकनिकी क्षेत्र में अपना भविष्य बना सकते हैं। यह कोर्स आप 12वीं के बाद ही नहीं बल्कि 10वीं के बाद भी कर सकते हैं। पॉलिटेक्निक का कोर्स दो या तीन साल का होता है। इस कोर्स को करने के लिए 12वीं कक्षा में आपके विषय गणित,भौतिक विज्ञान और रसायनिक विज्ञान होने चाहिए। क्योकि ये तीनो विषय तकनिकी क्षेत्र के लिए जरुरी हैं। Polytechnic के अंतर्गत कई विषय के कोर्स आते हैं। जिनकी शिक्षा प्राप्त कर आपको उससे समबन्धित डिप्लोमा भी दिया जाता है।
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पॉलिटेक्निक कैसे करें
पॉलिटेक्निक करने के लिए आपको किसी तकनिकी संस्थान के कॉलेज में दाखिला लेना होगा। 12वीं के बाद पॉलिटेक्निक में दाखिला लेने के लिए प्रवेश परीक्षा कराई जाती है। इस परीक्षा कोCET अर्थात कॉमन एंट्रेंस टेस्ट कहते हैं। Polytechnic में दाखिला लेने के लिए आपको यह प्रवेश परीक्षा पास करनी आवश्यक है। परीक्षा होने के बाद इसका रिजल्ट आने के तुरंत बाद ही कौन्सिलिंग शुरू हो जाती है। इस परीक्षा में प्राप्त रैंक के आधार पर ही आपको कॉलेज मिलता है। और इसके बाद आप मिले हुए कॉलेज में आसानी से दाखिला ले सकते हैं। आईये आपको पॉलिटेक्निक कैसे करें, इसकी जानकारी स्टेप बाई स्टेप देते हैं।
10वीं उत्तीर्ण करके – यदि आप 10वीं उत्तीर्ण करने के बाद Polytechnic करना चाहते हैं, तो आपको इसके लिए प्रवेश परीक्षा देनी होगी। इस परीक्षा को DET अर्थात डिप्लोमा एंट्रेंस टेस्ट कहते हैं। 10वीं में आपके सभी विषय होते हैं इसीलिए इसमें विषय का कोई चयन नहीं होता है। प्रवेश परीक्षा का रिजल्ट आने के बाद आपकी कौन्सिलिंग होती है और आपकी रैंक के अनुसार आपको कॉलेज मिलते हैं जिसमे आप अपना दाखिला करवा सकते हो। यदि आप 10वीं के बाद Polytechnic करते हैं तो यह कोर्स तीन साल का होता है।
11वीं में विषय का चयन – यदि आपको 12वीं के बाद Polytechnic करनी है तो आपको 11वीं में विषयों का सही चयन करना होगा। 11वीं में आपके विषय गणित,भौतिक विज्ञान और रसायन विज्ञान होने चाहिए। क्योंकि ये विषय तकनिकी क्षेत्र से सम्बंधित हैं।
12वीं उत्तीर्ण करना -यदि आप 12वीं के बाद पॉलिटेक्निक करना चाहते हैं तो आपको इसके लिए प्रवेश परीक्षा देनी होती है। इस परीक्षा को CET अर्थात कॉमन एंट्रेंस टेस्ट कहते हैं। 12वीं आप कितने भी मार्क्स में उत्तीर्ण कर सकते हैं।
प्रवेश परीक्षा– प्रवेश परीक्षा में आवेदन करते समय आपको आपने कोर्स के विषय का विशेष ध्यान रखना है। आप जिस भी विषय का कोर्स करना चाहते हैं। आपको वही विषय का चयन करना है। और अपनी प्रवेश परीक्षा को अच्छे रैंक प्राप्त कर पास करना है।
काउंसिलिंग – प्रवेश परीक्षा देने के कुछ समय बाद आपका रिजल्ट आ जाता है। इसके बाद आपकी कौन्सिलिंग होती है जिसमे आपको आपकी रैंक के अनुसार कॉलेज मिलता है। यदि आपकी रैंक काफी अच्छी आयी है तो आपको सरकारी कॉलेज मिलेगा और अगर आपकी रैंक कुछ ज्यादा अच्छी नहीं आयी है और आपको सरकारी कॉलेज नहीं मिला तो आपको घबराने की जरुरत नहीं है, आप किसी प्राइवेट कॉलेज में काउंसिलिंग करवा सकते हैं।
कॉलेज मिलने के बाद – इसके बाद आप मिले हुए कॉलेज में अपना दाखिला करवा सकते हो। यदि आपको सरकारी कॉलेज मिला है तो आप उसमे अपना एडमिशन करवाएं नहीं तो प्राइवेट कॉलेज में काउंसिलिंग करवा के आप वहां अपना एडमिशन करवा सकते हो।
सरकारी और प्राइवेट कॉलेज में अंतर – सरकारी कॉलेज और प्राइवेट कॉलेज की शिक्षा में कोई अंतर नहीं होता है। बस प्राइवेट कॉलेज में आपकी फीस थोड़ा ज्यादा होगी। उसके मुकाबले सरकारी कॉलेज में आपकी फीस कम होगी।
Polytechnic के अंतर्गत आने वाले कोर्स
Polytechnic के अंतर्गत अलग अलग विषयों के भिन्न भिन्न कोर्स आते हैं। जिनको करने के बाद आपको इस कोर्स का डिप्लोमा दिया जाता है। सभी कोर्स की शिक्षा भी अलग अलग प्रकार की होती है। इसके कुछ कोर्स निम्नलिखित हैं।
- सिविल इंजीनियरिंग
- कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग
- मकेनिकल इंजीनियरिंग
- इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
- इलेक्ट्रॉनिक्स टेलिकम्युनिकशन
- मास कम्युनिकेशन
- इलेक्ट्रिक्स इंजीनियरिंग
- मीनिंग इंजीनियरिंग
- ओटोमोबाइल इंजीनियरिंग
- आर्किटेक्चर कोर्स
- बायोटेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग
- पेट्रोलियम इंजीनियरिंग
पॉलिटेक्निक करने के लाभ
पॉलिटेक्निक करने के कई लाभ हैं। आईये आपको पॉलिटेक्निक के कुछ मुख्य लाभ बताते हैं।
- Polytechnic करने के बाद आपको एक डिप्लोमा प्राप्त हो जाता है।
- पॉलिटेक्निक का सबसे बड़ा लाभ ये है की आप इसे 12वीं या 10वीं के बाद आसानी से कर सकते हैं।
- यह कोर्स करने से आपको तकनिकी क्षेत्र में बहुत सारी जानकारियां प्राप्त होती है।
- डिप्लोमा मिलने के बाद आप सम्बंधित क्षेत्र में जॉब के लिए अप्लाई कर सकते हो।
- पॉलिटेक्निक का डिप्लोमा मिलने के बाद आप तकनिकी के क्षेत्र में उच्च शिक्षा भी प्राप्त कर सकते हैं।
- इंजीनियरिंग का ये डिप्लोमा प्राप्त करने के बाद आप B.Tech के द्वितीय वर्ष में भी एडमिशन ले सकते हैं।
- यह दो या तीन साल का कोर्स होता है, जो की आपका ज्यादा समय नहीं लेता है।
Polytechnic से सम्बंधित कुछ प्रश्न-उत्तर
पॉलिटेक्निक एक इंजीनियरिंग डिप्लोमा होता है जो की तकनिकी क्षेत्र की शिक्षा का प्रथम चरण होता है। यह जूनियर इंजीनियरिंग का डिप्लोमा होता है।
पॉलिटेक्निक करने के लिए आपको इंजीनियरिंग इंस्टिट्यूट में एडमिशन लेना होता है। किसी भी तकनिकी संस्थान में एडमिशन लेने के प्रवेश परीक्षा कराई जाती है। प्रवेश परीक्षा को पास करके आप अपने रैंक के अनुसार कॉलेज प्राप्त कर सकते हैं और अपना एडमिशन कर सकते हैं।
पॉलिटेक्निक आप 10वीं या 12वीं की कक्षा उत्तीर्ण करके कर सकते हैं। इसके लिए आपको 12वीं में गणित,रसायन विज्ञान और भौतिक विज्ञान इन विषयों का चयन करना होगा।
पॉलिटेक्निक करने के बाद आपको एक इंजीनियरिंग का डिप्लोमा प्राप्त होता है। इससे आपको तकनिकी क्षेत्र की सामान्य जानकारियां प्राप्त होगी। और आप सम्बंधित क्षेत्र में जॉब के लिए आवेदन कर सकते हैं। यदि सम्बंधित क्षेत्र में सरकार द्वारा कोई विज्ञप्ति निकली जाती है तो आप आवेदन कर सकते हैं। पॉलिटेक्निक करने के बाद आप B.Tech के द्वितीय वर्ष में भी एडमिशन ले सकते हैं।
पॉलिटेक्निक के अंतर्गत तकनिकी क्षेत्र से सम्बंधित कई विषय आते हैं। जिनके लिए अलग अलग डिप्लोमा होता है। जैसे- सिविल इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, ओटोमोबाइल इंजीनियरिंग जैसे कई कोर्स पॉलिटेक्निक में होते हैं।