हमारी रसोइयों में कई तरह के मसाले इस्तेमाल किये जाते हैं। कुछ मसालों का तड़के में इस्तेमाल किया जाता है। इन्ही में पंच फोरन एक तरह से पाँच मसालों का एक मिश्रण होता है। जिसका इस्तेमाल देश के कुछ हिस्सों में तड़के और अचार बनाने में किया जाता है। इन मसालों का प्रयोग मुख्य रूप से उड़ीसा, असमी, और बंगाली व्यंजनों को बनाने में किया जाता है। ये मसाले खाने का स्वाद बढ़ाने का काम तो करते ही हैं। साथ ही ये कई सारे पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। पंच फोरन मसाले में सौंफ, जीरा, कलौंजी, मेथी के बीज, और राई होती है। जो की समान मात्रा में होते हैं। इन मसालों को साबुत ही इस्तेमाल किया जाता है और ये पंच फोरन मसाला खासतौर से मछली, चिकन करी, सूक्तो ‘बंगाली व्यंजन’ और अचार बनाने में प्रयोग में लाया जाता है। आज हम पंच फोरन से मिलने वाले फायदों के बारे में जानेंगे। चलिए जानते हैं पंच फोरन मसाले के फायदे के बारे में।
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पंच फोरन मसाले के फायदे
कलौंजी (Kalonji)
- कलौंजी में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। जो की हमारे शरीर में पाए जाने वाले मुक्त कणो को खत्म करने का काम करते हैं। जिस से हमारे शरीर में कैंसर खतरा कम होता है। कलौंजी के नियमित सेवन से हमारे शरीर से विषाक्त पदार्थ यूरिन में बहार निकल जाते हैं। जिससे की हमारा लिवर स्वस्थ रहता है।
जीरा (Cumin)
- जीरे में एंटी- ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। जीरा उन सभी लोगों के लिए लाभदायक साबित हो सकता है ,जिनको यूरिक एसिड की समस्या है। जीरा यूरिक एसिड से हमारे घुटनो में होने वाले दर्द को भी कम करता है। जीरा हमारे खून में से खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है।
मेथी (Fenugreek)
- मेथी में पाए जाने वाले तत्व हमको कई समस्याओं से निजात दिलाने में सहायक होते हैं जैसे मेथी के सेवन से पेट दर्द, अपच, और पेट में होने वाली ऐंठन में ये बहुत ही लाभदायक होती है। मेथी के सेवन से हमारी किडनी स्वस्थ रहती है।
राई (Rye)
- हम राई का प्रयोग ज्यादातर तड़के में ही करते हैं। राई हमारे शरीर के मेटाबॉलिज्म को कंट्रोल करने का काम करती है। राय में एंटी-इंफ्लेमेंटरी गुण होते हैं। जो की सूजन की समस्या को भी दूर करने में सहायक होते हैं। राई के सेवन से माइग्रेन, ब्लड प्रेशर,और दमा की समस्या कम होती है। राई हमारे पाचन तंत्र के लिए भी लाभदायक होती है।
सौंफ (Fennel)
- सौंफ का सेवन आप कैसे भी कर सकते हैं। सौंफ माउथ फ्रेशनर का काम भी करती है, फोंफ में पाए जाने वले एंटीबैक्टीरियल गुण हमारी साँसो में पाए जाने वाले बैक्टीरिया को खत्म करने का काम करते हैं, साथ ही इससे हमारे मसूड़े भी स्वस्थ रहते हैं। सौंफ के सेवन से हमारा वजन भी कम होता है। सौंफ के सेवन से कैंसर का खतरा भी कम होता है। अगर आपको वजन कम करना है तो आप हर दिन खाली पेट सौंफ का पानी पी सकते हैं।
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पंच फोरन मसाले के फायदे सम्बंधित प्रश्न
पंच फोरन मसाले पांच मसालों से मिलकर बना है, जो खाने में तड़का लगाने के काम में आता है। ये मसाले स्वाद को बढ़ाने में काम आते हैं जिनके नाम ये हैं- सौंफ, जीरा, कलौंजी, मेथी के बीजऔर राई।
पंच फोरन मसाले स्वाद के साथ-साथ सेहत के लिए भी फायदेमंद है। जो हमारे पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है साथ ही वजन को कम करने में सहायक है। इसके अलावा यह कैंसर में भी फायदेमंद होता है।
पंच फोरन मसाले बनाने के लिए आपको इन सभी का मिश्रण तैयार करना होगा- कलौंजी – 1 बड़ा चम्मच, जीरा – 2 बड़े चम्मच, राई – 1 छोटा चम्मच, सौंफ – 2 बड़े चम्मच, मेथी दाना – 1 छोटा चम्मच।
पंच फोरन तड़का मुख्य रूप से बंगाल, महाराष्ट्र, असम, पूर्वी राज्यों में मछली, दाल, चिकन, सब्जियां आदि में उपयोग किया जाता है। इससे इनका स्वाद बेहद लजीज होता है जो खाने में अच्छा लगता है।