Narco Test – तो दोस्तों जैसा कि आप सभी जानते हैं कि की दुनिया में कई प्रकार के लोग रहते हैं जिनमें से कुछ अपराधी भी बन जाते हैं और आप सभी है तो जानते ही हैं अपराधी कई बार ऐसा अपराध करता है कि उसके लिए उसको सख्त से सख्त सजा भी दी जाती है और उसे उस सजा को भुगतना भी पड़ता है। तो दोस्तों अगर कभी कोई अपराधी अपना अपराध कबूल नहीं करता है तो उसके लिए पुलिस वाले उस अपराधी से पूछताछ करते हैं परंतु अगर मैं जवाब नहीं देता है तो उसके बाद वह उस अपराधी को थर्ड डिग्री भी देते हैं लेकिन कई बार ऐसी स्थिति आ जाती है
जिसमें पुलिस वालों को अपराधियों का नार्को टेस्ट भी करना पड़ता है।आप सभी ने कभी ना कभी Narco Test के बारे में तो सुना ही होगा। आप सभी ने इसका नाम फिल्मों में भी सुना होगा बल्कि कई फिल्मों में तो यह टेस्ट दिखाएं भी गया है।
तो दोस्तों क्या आप जानते हैं कि नार्को टेस्ट क्या होता है और यह कैसे होता है और क्यों किया जाता है अगर नहीं तो आपको इसमें चिंता करने की बिल्कुल भी आवश्यकता नहीं है क्योंकि आज हम आप सभी को इस लेख के जरिए नार्को टेस्ट के बारे में बहुत सी जानकारी प्रदान करने वाले हैं जैसे कि Narco Test क्या होता है और यह है क्यों किया जाता है और कैसे किया जाता है आदि जैसी बहुत जानकारी हमने आप सभी को इस लेख में प्रदान की हुई है तो दोस्तों अगर आप भी इस प्रकार की जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो उसके लिए आप सभी को हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ना होगा क्योंकि इस लेख में हमने संबंधित जानकारी प्रदान की हुई है जिसको पढ़ने से ही आप इसके बारे में जान सकेंगे इसलिए कृपया करके हमारे इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें
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Article Contents
Narco Test क्या होता है | What is Narco Test?
- तो दोस्तों आप सभी को यह बताते हैं कि नार्को टेस्ट एक प्रकार का परीक्षण होता है जो कि किसी भी अपराधी के साथ सच को जानने के लिए किया जाता है। यह टेस्ट पुलिस वालों के द्वारा किसी भी अपराधी के साथ किया जाता है जब कोई अपराधी सच बोलने से इंकार कर देता है और थर्ड डिग्री देने के बाद भी वह सच नहीं बोलता है
- तो उस अपराधी के साथ नार्को टेस्ट किया जाता है ताकि वह सच बोल सके। यह टेस्ट करने की अनुमति केवल कुछ ही एजेंसी को होती है जैसे कि सीबीआई यानी के क्राइम ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन। यह एक ऐसा टेस्ट होता है जिसमें अपराधी को कुछ दवाएं यानी के ड्रग्स दी जाती है।
- जिसके कारण वह अपराधी सब कुछ सच सच बताने लगता है जिसकी वजह से सच्चाई का पता चलता है। आप सभी को यह भी पता दे की इस परीक्षण को जांच अधिकारी, फोरेंसिक विशेषज्ञ, मनोवैज्ञानिक की उपस्थिति में ही किया जाता है।
Narco Test कैसे किया जाता है ?
नार्को टेस्ट करते समय अपराधी को एक प्रकार का ट्रुथ ड्रग या सोडियम पेंटोथॉल दिया जाता है। उसके बाद उस अपराधी को थोड़ा-थोड़ा नशा होने लगता है जिसके बाद में अपराधी एक ऐसी अवस्था में हो जाता है जिस अवस्था में वह झूठ बोलने में असमर्थ होता है और उसी समय वह अपराधी पूछे गए प्रश्नों का सच सच जवाब देता है जिससे की सच्चाई का पता चलता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ड्रग्स के कारण वह अपराधी सोचने की क्षमता को खो देता है इसलिए उस समय वह अपराधी सब कुछ सच सच बोलने लगता है।
नार्को टेस्ट क्यों किया जाता है
दोस्तों आप सभी को यह बता देगी नार्को टेस्ट किसी भी अपराधी से सच बुलवाने के लिए किया जाता है इस प्रकार के टेस्ट को करने के लिए कोर्ट की परमिशन की आवश्यकता भी होती है बिना कोर्ट की परमिशन के कोई भी किसी भी अपराधी के साथ इस प्रकार का टेस्ट नहीं कर सकता है। इसके साथ साथ इस टास्क को करने के लिए उस व्यक्ति की भी इजाजत लेनी होती है जिस व्यक्ति के साथ आप ह यह टेस्ट कर रहे हो
Narco Test से संबंधित कुछ प्रश्न और उनके उत्तर यहां जानिए
नार्को टेस्ट एक प्रकार का परीक्षण होता है जो कि किसी भी अपराधी के साथ सच को जानने के लिए किया जाता है। यह टेस्ट पुलिस वालों के द्वारा किसी भी अपराधी के साथ किया जाता है जब कोई अपराधी सच बोलने से इंकार कर देता है और थर्ड डिग्री देने के बाद भी वह सच नहीं बोलता है तो उस अपराधी के साथ नार्को टेस्ट किया जाता है
Narco Test करने के लिए केवल कुछ ही एजेंसी को होती है। जैसे की – सीबीआई जैसी एजेंसी।
नार्को टेस्ट करते समय अपराधी को एक प्रकार का ट्रुथ ड्रग या सोडियम पेंटोथॉल दिया जाता है। उसके बाद उस अपराधी को थोड़ा-थोड़ा नशा होने लगता है जिसके बाद में अपराधी एक ऐसी अवस्था में हो जाता है जिस अवस्था में वह झूठ बोलने में असमर्थ होता है और उसी समय वह अपराधी पूछे गए प्रश्नों का सच सच जवाब देता है
नार्को टेस्ट करने के लिए कोर्ट से परमिशन लेनी होती है।