मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना उत्तरप्रदेश :- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का आरम्भ 30 मई 2021 को किया गया था, इस योजना के अंतर्गत सरकार राज्य में कोरोना महामारी के कारण अनाथ हुए बच्चों को आर्थिक सहयोग प्रदान करेगी, इसके लिए राज्य के वह सभी बच्चे जिनके माता या पिता में से किसी एक या दोनों की मृत्यु कोरोना के कारण हो गई है और अब उनकी देख-रेख करने वाला कोई नहीं है ऐसे सभी बच्चों के जीवन को सुरक्षित रखने के लिए उनकी शिक्षा से लेकर उनकी शादी तक का पूरा खर्चा सरकार द्वारा उठाया जाएगा। Mukhyamantri Bal Sewa Yojana के माध्यम से सरकार बच्चों के पालन-पोषण व उनके आर्थिक खर्चों को पूरा करने में सहयोग देने के लिए उनके परिवार को 4000 रूपये प्रतिमाह की आर्थिक सहायता प्रदान करेगी, जिससे उनके पालन-पोषण में किसी तरह की समस्या उत्पन्न नही होगी।
Mukhyamantri Bal Sewa Yojana : Details
योजना का नाम | मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना |
शुरुआत की गई | यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा |
साल | 2022 |
आर्थिक सहायता | 4000 रूपये प्रतिमाह |
योजना के लाभार्थी | राज्य में कोरोना महामारी के कारण अनाथ हुए बच्चे |
उद्देश्य | अनाथ हुए बच्चों को आर्थिक सहयोग प्रदान करना |
आवेदन प्रक्रिया | जल्द जारी की जाएगी |
उत्तर प्रदेश विवाह अनुदान योजना ऑनलाइन आवेदन
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना उत्तर प्रदेश 2022
दोस्तों जैसा की आप सब जानते हैं की देशभर के नागरिक कोरोना महामारी के कारण प्रभावित हुए हैं, जिनमे से बहुत से नागरिक अपनी जान भी गवा चुके हैं और अब उनके बाद उनके बच्चों की देखभाल व उनकी सुरक्षा करने वाला कोई नही हैं या घर में कमाऊ मुखिया की मृत्यु के पश्चात अब उनकी उनके पालन-पोषण में आर्थिक समस्या हो रही है, ऐसे सभी बच्चों जो को सुरक्षा प्रदान करने और उनकी शिक्षा व विवाह के लिए होने वाले खर्चों में सहयोग प्रदान करने के लिए यूपी सरकार इन्हे मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का लाभ प्रदान करवा रही है, जिसके माध्यम से सरकार अनाथ बच्चों को बहुत सी सुविधाएँ जैसे प्रतिमाह आर्थिक सहायता, आवासीय सहायता, निशुल्क शिक्षा, शादी के लिए सहायता आदि लाभ प्रदान करवाएगी। उत्तर प्रदेश में अभी 197 बच्चे ऐसे पाए गए हैं, जो अपने दोनों अभिभावकों को कोरोना के कारण खोने देने के बाद पूरी तरह से अनाथ हो चुके हैं, और 1799 बच्चे ऐसे भी हैं जिनके माता या पिता में से किसी एक की मृत्यु हो जाने के पश्चात वह आर्थिक समस्याओं से जूँझ रहे हैं।
Mukhyamantri Bal Sewa Yojana के अंतर्गत सरकार ऐसे सभी अनाथ बच्चों को व्यसक होने तक प्रतिमाह आर्थिक सहयता प्रदान करवाएगी जिससे वह अपनी आर्थिक आवश्यकताओं की पूर्ति कर सकेंगे साथ ही राज्य के 10 वर्ष या इससे कम आयु के बालक/बालिकाओं जिनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है उन्हें राज्य सरकारी बाल गृह में आवासीय सुविधा देकर उनके भरण-पोषण व शिक्षा की जिम्मेदारी भी खुद उठाएगी।
कोरोना के कारण अनाथ हुए बच्चों के संरक्षण और उनकी देखभाल के लिए एक विशेष योजना को लागू करने का निर्णय लिया गया है। उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के नाम पर ये योजना संचालित होगी: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ pic.twitter.com/yjMgwBU9dv
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 29, 2021
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना उत्तरप्रदेश की विशेषताएँ
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की विशेषताओं की जानकारी आवेदक यहाँ से प्राप्त कर सकेंगे।
- अनाथ बच्चों को शिक्षा हेतु दी जाने वाली सहायता :- योजना में लाभार्थी बच्चों को निःशुल्क शिक्षा सरकार द्वारा प्रदान की जाएगी, जिसके लिए 10 वर्ष की आयु के बच्चों को राज्य में सँचालित पाँच बाल गृह विद्यालयों (मथुरा, प्रयागराज, आगरा, लखनऊ और रामपुर) में बच्चों को आवासीय सुविधा के साथ-साथ उनकी शिक्षा व पालन-पोषण पर भी पूरा ध्यान दिया जाएगा, साथ ही अव्यसक बालिकाओं की पूरी सुरक्षा को ध्यान रखते हुए उन्हें कस्तूरबा गाँधी विद्यालयों व अन्य स्थापित किए जाने वाले 18 अटल आवासीय विद्यालयों में रखकर उनकी देख भाल की जाएगी।
- उच्च शिक्षा के लिए लैपटॉप/टैबलेट की सुविधा :- मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना में अनाथ हुए लाभार्थी व्यसक बच्चों को भी सरकार द्वारा उनकी उच्च शिक्षा के लिए उन्हें फ्री लैपटॉप या टैबलेट वितरित किए जाएँगे, जिससे वह अपनी शिक्षा बिना किसी परेशानी के कोरोना के चलते ऑनलाइन घर बैठे ही कर सकेंगे।
- लड़की की शादी के लिए दी जाने वाली सहायता :- योजना में सरकार द्वारा बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ बालिग़ बालिकाओं की शादी के लिए भी उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है, सरकारी द्वारा विवाह के लिए 1 लाख 1 हजार रूपये तक की सहायता राशि बालिकाओं के खातों में ट्रंसफर की जाती है, जिससे बालिकाओं की शादी में होने वाले खर्चे पर परिवार को रहत मिल सके।
बाल सेवा योजना उत्तर प्रदेश का उद्देश्य
सरकार द्वारा राज्य में कोरोना से हुए अनाथ बच्चों को संकट की घडी में सुरक्षित रखने और उन्हें बेहतर जीवन देने के लक्ष्य से ही सरकार द्वारा मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना को आरम्भ किया गया है, जिससे उन बच्चों को सहारा दिया जा सकेगा जिनसे उनके माता-पिता का साथ कोविड के कारण छूट गया है और उनके जीवन व भरण पोषण हेतु आर्थिक समस्याओं के चलते संकट उत्पन्न हो गया है, ऐसे सभी बच्चों की देखभाल व उनके भविष्य को सुधारने के लिए सरकार योजना के माध्यम से इनकी शिक्षा, आवास, शादी तक की जिमेदारी खुद उठाएगी जिससे उनके एकल अभिभावकों को उनके पालन-पोषण के लिए भी किसी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा और वह बच्चे भविष्य में शिक्षित होकर आत्मनिर्भर हो सकेंगे।
उत्तर प्रदेश बाल सेवा योजना के लाभ
उत्तर प्रदेश बाल सेवा योजना के अंतर्गत पात्र बच्चों को दिए जाने वाले लाभ की जानकारी आवेदक यहाँ से प्राप्त कर सकते हैं।
- योजना के माध्यम से सरकार राज्य के कोरोना से हुए अनाथ बच्चों को आर्थिक रूप से सहयोग प्रदान करेगी।
- राज्य के अनाथ बच्चों को सरकार द्वारा निःशुल्क शिक्षा, उनके पालन-पोषण व उनकी शादी तक के पूरे खर्चे का वहन किया जाएगा।
- आवेदक बालक-बालिका को प्रतिमाह 4000 रूपये को आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
- योजना में 10 वर्ष या इससे कम आयु के अनाथ बच्चों को सरकार द्वारा शिक्षा के साथ-साथ बाल गृह विद्यालयों में पालन-पोषण की सुविधा भी दी जाएगी।
- सरकार द्वारा राज्य के 1000 से भी ज्यादा अनाथ बच्चों को योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा, जिनमे से अभी 197 अनाथ बच्चों की पहचान की गई है।
- बाल सेवा योजना का लाभ प्रदान कर बच्चों के भविष्य को सुरक्षित किया जा सकेगा।
- बच्चो को उनकी उच्च शिक्षा पूरी करने व घर बैठे शिक्षा जारी रखने के लिए लपटॉप व् टैबलेट भी प्रदान किए जाएँगे।
- राज्य में अनाथ बच्चों भी पढ़लिखकर आत्मनिर्भर हो सकेंगे।
UP Bal Sewa Yojana की पात्रता
योजना में आवेदन करने के लिए आवेदक बच्चों की कुछ पात्रता निर्धारित क गई है, जिनके आधार पर ही उन्हें बाल सेवा योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा जो कुछ इस प्रकार है।
- योजना का लाभ केवल उत्तर प्रदेश के स्थानीय निवासी बालक/बालिकाओं को ही प्राप्त हो सकेगा।
- राज्य के ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता में से किसी एक या दोनों की ही मृत्यु कोरोना महमारी के कारण हो गई है, ऐसे सभी बच्चे योजना के पात्र माने जाएँगे।
- योजना में केवल 21 वर्ष या इससे कम आयु के बालक बालिकाओं को ही योजना का लाभ प्राप्त हो सकेगा।
- UP Bal Sewa Yojana में आवेदन करने वाले बच्चे जिनके घर में कमाऊ सदस्य जैसे (उनके माता-पिता) की मौत कोरोना के चलते हो गई है उन्हें भी योजना का लाभ दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना में आवेदन हेतु आवश्यक दस्तावेज
बाल सेवा योजना में आवेदन हेतु आवेदक के पास सभी महत्त्वपूर्ण दस्तावेज होने आवश्यक है, जिनके बिना आवेदन की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकेगी, इसके लिए सभी आवश्यक दसतवजों की जानकारी आवेदक यहाँ से प्राप्त कर सकते हैं।
1. आवेदक का आधारकार्ड | 5. राशन कार्ड |
2. पहचान पत्र (पैनकार्ड) | 6. बैंक की पासबुक |
3. निवास प्रमाण पत्र | 7. मोबाइल नंबर |
4. अभिभावकों का मृत्यु प्रमाण पत्र | 8. पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ |
बाल सेवा योजना में आवेदन की प्रक्रिया
बाल सेवा योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए जो आवेदक योजना में आवेदन करना चाहते हैं या राज्य के अनाथ बच्चों को योजना का लाभ दिलवाना चाहते हैं, उन्हें अभी थोड़ा इंतज़ार करना होगा क्योंकि सरकार द्वारा अभी केवल इस योजना को आरम्भ करने की घोषणा ही की गई है, अभी योजना में आवेदन की प्रक्रिया आरम्भ नहीं हुई है जिसे सरकार द्वारा जल्द ही आरम्भ किया जाएगा। योजना से संबंधित जैसे ही कोई आधिकारिक सूचना सरकार द्वारा जारी की जाती है, इसकी जानकारी हम आपको अपने लेख के माध्यम से प्रदान करवा देंगे, इसके लिए आप हमारे लेख से जुड़े रह सकते हैं।
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना उत्तरप्रदेश से जुड़े प्रश्न/उत्तर
Mukhyamantri Bal Sewa Yojana को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा आरम्भ करने की घोषणा की गई।
सरकार द्वारा बाल सेवा योजना का लाभ राज्य के कोरोना के कारण अपने माता-पिता में से किसी एक या दोनों अभिभावक को खो देने वाले बालक /बालिकाओं को प्रदान किया जाएगा।
योजना में आवेदक छात्रों को राज्य बाल गृह विद्यालयों मे निशुल्क शिक्षा प्रदान की जाएगी, साथ ही उनकी उच्च शिक्षा के लिए भी उन्हें फ्री लैपटॉप व टैबलेट भी प्रदान किए जाएँगे।
बाल सेवा योजना में योजना में बालिका को विवाह के लिए 1 लाख 1 हजार रूपये की धनराशि प्रदान की जाएगी।
योजना के आवेदक बच्चे उत्तरप्रदेश के स्थाई निवासी होने चाहिए, जिनके अभिभावकों की मृत्यु कोरोना के कारण हुई हो।
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना में आवेदन की प्रक्रिया को सरकार द्वारा जल्द ही जारी किया जाएगा, जिसके बाद आवेदक योजना में आवेदन कर सकेंगे।