MP Drone School: एमपी के ग्वालियर में खुला राज्य का पहला ड्रोन स्कूल, जानें क्या है इसकी खासियत

मध्य-प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा ग्वालियर में प्रदेश के पहले ड्रोन-स्कूल (MP Drone School) का उट्घाटन किया गया है। इस मौके पर उनके साथ केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष वीडी शर्मा भी मौजूद रहे। कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए मुख्यम्नत्री द्वारा ड्रोन को भविष्य की तकनीक में महत्वपूर्ण बताया गया साथ ही इसके द्वारा रोजगार के क्षेत्र में अवसर पैदा होने की सम्भावनाओ के बारे में बताया। मध्य-प्रदेश में यह अपनी तरह का पहला स्कूल है जिसमे ड्रोन सम्बंधित सभी पहलुओ की जानकारी दी जाएगी साथ ही इसमें आधुनिकतम तकनीक से लैस ड्रोन प्रणाली के बारे में भी पढ़ाया जायेगा जिससे की छात्रों को लाभ होगा।

ड्रोन तकनीक में है रोजगार की अपार संभावनाए – MP Drone School

ग्वालियर में ड्रोन स्कूल का उद्घाटन करते हुये मुख्यम्नत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा इसके प्रोत्साहन देने की बात की गयी। कार्यक्रम में जनसभा को सम्बोधित करते हुये मुख्यमंत्री द्वारा कहा गया की ड्रोन तकनीक में अपार संभावनायें है। भविष्य में उद्योगों से जुड़े सभी कामकाज में ड्रोनों का ही उपयोग किया जायेगा जिससे की पूरी इंडस्ट्री की तस्वीर बदल जाएगी साथ ही कृषि, सर्वेक्षण और विभिन कार्यो के लिए भी ड्रोन के उपयोग से कामो में तेजी आएगी जिससे की सभी को लाभ होगा। इस कार्यक्रम के मौके पर ड्रोन निर्माता, छात्र, सेवा प्रदाता और विभिन समूहों से जुड़े लोग शामिल हुये। इससे पहले केंद्र सरकार द्वारा भी ड्रोन इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के लिए पीएलआई स्कीम को लागू किया जा चुका है जिससे की इस सेक्टर में तेजी आये।

छात्रों को मिलेगा लाभ

प्रदेश में पहले ड्रोन स्कूल (MP Drone School) के उद्घाटन से मध्यप्रदेश के छात्रों ड्रोन टेक्नोलॉजी सम्बंधित कोर्सेज की मदद से विभिन प्रकार के ड्रोन बनाने और इनका उपयोग करने की तकनीकों की जानकारी प्रदान की जाएगी। सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र में उपज बढ़ाने के लिए विभिन प्रकार के ड्रोन विकसित करने पर जोर दिया जा रहा है साथ ही खेती के कामो जैसे खरपतवार नाशक, कीटनाशक और उर्वरको के छिड़काव के लिए भी ड्रोन का इस्तेमाल किया जायेगा। कृषि और वन सर्वेक्षण, भू-सर्वेक्षण और अन्य प्रकार के सर्वेक्षण सम्बंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए भी इस स्कूल के माध्यम से छात्रों को प्रशिक्षित किया जायेगा। साथ ही ड्रोन टेक्नोलॉजी के विभिन पहलुओं सम्बंधित जानकारी प्रदान करने के लिए स्कूल में विभिन प्रकार के कोर्स संचालित किये जायेंगे।

क्यों ख़ास है ड्रोन तकनीक

आपको बता दे की विशेषज्ञों द्वारा ड्रोन तकनीक के क्षेत्र में बड़े बूस्ट की सम्भावना जताई गयी है। पीआईबी में प्रकाशित की गयी एक रिपोर्ट के अनुसार आने वाले 3 वर्षो में इस इंडस्ट्री में 5000 करोड़ रुपए का इन्वेस्ट किया जायेगा जिससे की इस क्षेत्र में 10000 से भी ज्यादा रोजगार के अवसर पैदा होंगे साथ ही केंद्र द्वारा भी इस तकनीक को बढ़ावा दिए जाने के लिए अनमैन्ड एयरक्राफ्ट सिस्टम (UAS) नियमो को शुरू किया गया है। इससे इस क्षेत्र को तेजी से निवेश मिलेगा साथ ही नागरिको को भी विभिन कार्यो के लिए सहायता मिलेगी।

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