आप सभी यह तो जानते ही होंगे की आज के समय हर व्यक्ति को अपने आय की जानकारी के बारे में इनकम टैक्स को बताना होता है। क्योंकि सरकार हर किसी व्यक्ति से उसकी आय पर टैक्स प्राप्त करती है। लेकिन सरकार हर किसी व्यक्ति से उसकी आय पर टैक्स नहीं लेती है केवल कुछ लोगो को ही अपनी आय पर सरकार को टैक्स देना होता है।
हर व्यक्ति को अपनी आय के अनुसार ही इनकम टैक्स भरना होता है। इसके लिए आपको एक फॉर्म भरना होता है जिसको आईटीआर (ITR) कहा जाता है।
तो क्या आप जानते है की आईटीआर (ITR) क्या होता है अगर नहीं तो आपको उसमे चिंता करने की कोई भी आवश्यकता नहीं है क्योंकि आज हम आपको इस लेख के माध्यम से आप सभी को इसके बारे में बहुत सी जानकारी देने वाले है जैसे की – आईटीआर (ITR) क्या होता है ?, कौन कौन इसको फाइल कर सकता है।
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जीएसटी केंद्र एवं राज्य सरकारों के द्वारा आपूर्ति एवं खपत के आधार पर वसूल की जाती है। लेकिन क्या आपको मालूम है GST की फुल फॉर्म क्या है ?
इसको भरने से क्या क्या लाभ प्राप्त होते है ? अगर आप भी इस प्रकार की जानकारी को प्राप्त करना चाहते है तो उसके लिए आपको हमारे इस लेख को अंत तक ध्यानपूर्वक पढ़ना होगा ज्योंकि इसको पूर्ण रूप से पढ़ने के बाद ही आप इसके बारे में जानकारी प्राप्त कर सकोगे तो इसलिए इसको बिना स्किप करे पढ़े।
Article Contents
आईटीआर (ITR) क्या होता है
ITR full form in Hindi Income Tax Return होती है। हमारी सालाना आय पर जो टैक्स हमसे केंद्रीय सरकार द्वारा लिया जाता है उस टैक्स को इनकम टैक्स के नाम से जाना जाता है। यह एक प्रकार का फॉर्म होता है जिसमे आपकी आय की सभी जानकारी भरी होती है।
इस टैक्स के द्वारा सरकार को जो धन राशि प्राप्त होती है उस पैसों को सरकार देश के डेवलपमेंट के लिए प्रयोग करती है। इस फॉर्म यानि के आईटीआर में आपको यह भरना होता है की आप एक साल में कुल कितनी कमाई हुई और उसमे से आपने सरकार को कितना टैक्स भरा। हर व्यक्ति को अपनी आय के अनुसार ही इनकम टैक्स भरना होता है।
आईटीआर सीधा इनकम टैक्स विभाग के पास जाती है। आपको यह भी बता दे की अगर कोई व्यक्ति गलती से किसी साल अपनी कमाई के अनुसार के कुछ अधिक टैक्स भर देता है तो उस व्यक्ति के कंप्लेंट करने पर आयकर विभाग उस व्यक्ति का एक्स्ट्रा टैक्स वापस कर देती है।
इन्सोमेट टैक्स हर वर्ष भरा जाता है। जो भी कंपनी या फिर व्यक्ति आईटीआर भरता है उस वयक्ति को सरकार के द्वारा एक निश्चित समय या तारीख दी जाती है और फिर उस कंपनी या फिर व्यक्ति को उस तारीख या समय तक आईटीआर भरनी होती है। इनकम टैक्स कई रूप में हो सकती है जैसे की – इनकम टैक्स रिटर्न ब्याज, पूँजीगत बेनिफिट, बिजनेस में बेनिफिट, इनकम सैलरी आदि
अगर कोई व्यक्ति सरकार को इनकम टैक्स नहीं भरता है उस व्यक्ति को जुर्माना भी भरना पड़ता है। कभी कभी सरकार द्वारा इनकम टैक्स भरने की तारीख या फिर इनकम टैक्स भरने का समय भी आगे भी बढ़ाया जाता है।
कौन-कौन फाइल कर सकता है
इनकम टैक्स हर किसी व्यक्ति को भरने की आवश्यकता नहीं होती है केवल कुछ ही लोगो को यह भरना होता है जिसके बारे में हम आपको बताने वाले है की किस किस व्यक्ति को आईटीआर फाइल करनी चाहिए। तो कृपया दी गयी जानकारी को ध्यान से पढ़े
- इसके लिए एक एक्ट भी बनाया गया है जो कुछ इस प्रकार है इनकम टैक्स एक्ट 1961 की धारा 139(1) के मुताबिक केवल वह ही व्यक्ति इनकम टैक्स फाइल करेंगे जिनकी सालाना आय 2.5 लाख से अधिक होती हैं।
- भारत में जितनी सरकारी या फिर प्राइवेट कंपनियां कार्य करती है उन सभी को उनकी सालाना आय के मुताबिक इनकम टैक्स फाइल होता है।
- अगर कोई व्यक्ति विदेश में अपना बिज़नेस करता है लेकिन अगर वह भारत का निवासी है तो उस व्यक्ति का इनके टैक्स फाइल करना भी अनिवार्य है।
- अगर कोई बूढा व्यक्ति 80 साल का है और अगर उस व्यक्ति की सालाना आय 10 लाख या उससे अधिक है तो उस व्यक्ति को भी इनकम टैक्स फाइल करना भी आवश्यक है।
- अगर किसी भी व्यक्ति की उम्र 80 साल और 60 साल से कम है और अगर उस व्यक्ति की सालाना आय 3 लाख या उससे अधिक होती है तो उस व्यक्ति को भी इनकम टैक्स फाइल करना होता है।
- भारत के सभी स्कूल, यूनिवर्सिटी, हॉस्पिटल, या फिर इंस्टिट्यूट को भी उनकी इनकम के मुताबिक इनकम टैक्स फाइल करना होता है।
- अगर कोई व्यक्ति विदेश में रहते है परन्तु उस व्यक्ति की कमाई भारत से भी होती है तो उस व्यक्ति को भी इनके टैक्स फाइल करना अवश्य होता है।
- अगर किसी व्यक्ति ने वीसा के लिए आवेदन किया है तो उस व्यक्ति को भी इनकम टैक्स फाइल करना आवश्यक होता है।
- अगर कोई व्यक्ति विदेश यात्रा में दो लाख से अधिक का खर्चा करता है तो उस व्यक्ति को भी आईटीआर फाइल करनी होगी।
यहाँ पर हमने उन सभी लोगो के बारे में बताया है जिनके इनकम टैक्स भरना आवश्यक होता है तो भी जान सकते हो की आप किस केटेगरी में आते है तो कृपया ध्यान से पढ़े
आईटीआर (ITR) से क्या लाभ है
आज हम आपको यहाँ पर आईटीआर (ITR) से होने वाले लाभ के बारे में बताने वाले है। अगर आप भी आईटीआर (ITR) से होने वाले लाभ के बारे में जानना चाहते हो तो उसके लिए यहाँ पर दी गयी जानकारी को पूर्ण रूप से पढ़े
- ITR भरने से लोन लेने में आसानी – आपको यह भी बता दे की अगर आप आईटीआर भरते है तो आपको बैंक से आसानी से लोन भी मिल सकता है। क्योंकि अगर आप आईटीआर भरते है तो उससे आपकी इनकम के बारे में पता चलता है। जिससे की बैंक वाले आपको आसानी से लोन दे सकते है।
- बिज़नेस बढ़ाना – आईटीआर की मदद से आपका बिज़नेस भी बढ़ सकता है वो ऐसे की अगर आप सही समय पर आईटीआर भरते हो तो उसकी वजह से बहुत से फायदे है की कई सरकारी कम्पनिया या फिर प्राइवेट कम्पनिया उन्ही बिजनेसमैन से सामान लेती है जो की लगातार कुछ समय जैसे 5-6 सालों से लगातार आईटीआर भर रहा हो और जब आपका अधिक सामान बिकेगा तो आपका बिज़नेस भी बढने लगेगा।
- आसानी से प्रॉपर्टी खरीद सकते है – अगर आप प्रॉपर्टी में इन्वेस्ट करना पसंद करते है तो भी आपको आईटीआर भरनी चाहिए क्योंकि अगर आप कोई बड़ी प्रॉपर्टी खरीदना चाहते हो तो उसके लिए आपको अधिक पैसो की आवश्यकता पड़ेगी। जिसके लिए आपको बैंक की आवश्यकता पड़ती है और अगर आप बैंक से अधिक पैसे निकलते हो तो इनकम टैक्स आपके पास राइड भी कर सकती है परन्तु अगर आप आईटीआर भरते है तो आपके हर किसी पैसे की जानकारी इनकम टैक्स वालो को रहेगी जिससे की आपको अधिक पैसे लाने या देने में कोई परेशानी की बात नहीं होगी।
- बड़ा बीमा करवाने में आसानी – ऐसा इसलिए होता है क्योंकि बड़ी कम्पनिया बीमा करने के लिए आईटीआर मांगती है और जब वह आपकी आईटीआर देखेंगे तो वह अधिक से अधिक बीमा देने का प्रयास करेंगे।
- आईटीआर की मदद से वीसा मिलने में भी आसानी होती है।
- आईटीआर एड्रेस प्रूफ के भी काम आता है।
RTI भारत के नागरिको को हर तरफ की INFORMATION के लिए अनुरोध करने का RIGHT देता है जो GOVERNMENT OFFICIALS के CONTROL में रहता है लेकिन क्या आप जानते है RTI full form क्या है ?
ITR full form in Hindi से सम्बंधित प्रश्न
आईटीआर (ITR) की फुल फॉर्म Income Tax Return होती है।
हमारी सालाना आय पर जो टैक्स हमसे केंद्रीय सरकार द्वारा लिया जाता है उस टैक्स को इनकम टैक्स के नाम से जाना जाता है।
जी नहीं ऐसा नहीं है की हर किसी व्यक्ति को आईटीआर (ITR) भरने की आवश्यकता नहीं होती है। केवल कुछ ही लोगो को आईटीआर (ITR) भरनी होती है जैसे की –
1. केवल वह ही व्यक्ति इनकम टैक्स फाइल करेंगे जिनकी सालाना आय 2.5 लाख से अधिक होती हैं।
2. भारत में जितनी सरकारी या फिर प्राइवेट कंपनियां कार्य करती है उन सभी को उनकी सालाना आय के मुताबिक इनकम टैक्स फाइल होता है।
जी हाँ आईटीआर भरने के बहुत से फायदे होते है जैसे की-
ITR भरने से लोन लेने में आसानी
बिज़नेस बढ़ाना
आसानी से प्रॉपर्टी खरीद सकते है
आईटीआर की मदद से वीसा मिलने में भी आसानी होती है।
आईटीआर एड्रेस प्रूफ के भी काम आता है।
किसी भी साल की आईटीआर भरने की आखरी तारीख 31 मार्च होती है।
किसी भी व्यक्ति को एक साल में केवल एक ही बार आईटीआर भरनी होती है।
तो दोस्तों आज हमने आपको इस लेख के माध्यम से आईटीआर के बारे में बहुत सी जानकारी दी। तो दोस्तों अगर आप सभी को यह जानकारी अच्छी लगी हो तो कृपया करके हमारी वेबसाइट crpfindia.com को बुकमार्क करे ।
धन्यवाद