वर्तमान समय में समाज के हर क्षेत्र में महिलाएँ पुरुषो के कंधे से कन्धा मिलाकर चल रही है। विज्ञान-प्रौद्योगिकी से लेकर अन्तरिक्ष तथा राजनीति से लेकर वाणिज्य तक महिलाओ ने हर क्षेत्र में सफलता की नयी बुलंदियों को हासिल किया है। वर्तमान समय में विश्व में संभवतः ही ऐसा कोई क्षेत्र होगा जहाँ महिलाएँ बदलाव के वाहक के रूप में प्रमुख कारक ना हो। समाज के निर्माण में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने एवं महिलाओं के अधिकार के बारे में जागरूकता फ़ैलाने के लिए प्रतिवर्ष अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (International Women’s Day) का आयोजन किया जाता है। आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के इतिहास, उद्देश्य एवं महत्व के सम्बन्ध में सम्पूर्ण जानकारी प्रदान करने वाले है। इस आर्टिकल के माध्यम से आपको अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (International Women’s Day) कब मनाया जाता है सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी प्रदान की जाएगी। साथ ही यहाँ आप अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2023 (International Women’s Day 2023) के महत्व एवं इस वर्ष की थीम के विषय में भी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
Article Contents
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस कब मनाया जाता है ?
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस प्रतिवर्ष 8 मार्च को मनाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2023 (International Women’s Day 2023) का आयोजन बुद्धवार, 8 मार्च 2023 को किया जायेगा। महिलाओं के योगदान एवं अधिकारों से सम्बंधित जागरूकता के लिए यह महत्वपूर्ण दिवस होता है।
यहाँ भी देखें -->> क्विज खेलकर इनाम कमाएं
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का इतिहास
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को मनाने की शुरुआत 20वीं सदी के प्रथम दशक में हुयी थी। वर्ष 1908 में अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में 15 हजार महिलाओ ने अपने अधिकारों को लेकर एक रैली का आयोजन किया था। इस रैली की प्रमुख माँगे काम के घंटो में कमी, समान कार्य के लिए समान वेतन एवं महिलाओं को मतदान का अधिकार देना था। इस घटना के एक वर्ष पश्चात सोशलिस्ट पार्टी ऑफ़ अमरीका ने 8 मार्च के दिन को महिला दिवस (Women’s Day) के रूप में मनाना शुरू किया। वर्ष 1911 में स्विट्जरलैंड, ऑस्ट्रिया, डेनमार्क एवं जर्मनी देशों द्वारा भी अपने देश में महिला दिवस को मनाने की शुरुआत की गयी।
हालांकि महिला दिवस की शुरुआत 20वीं सदी के पूर्वार्ध में ही हो गयी थी परन्तु इस दिवस को अंतर्राष्ट्रीय रूप पर मान्यता मिलने के लिए लम्बा इन्तजार करना पड़ा। वर्ष 1975 से संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा 8 मार्च को महिला दिवस के रूप में मान्यता प्रदान की गयी और इस दिवस को प्रतिवर्ष एक विशेष विषयवस्तु (Theme) के साथ मनाने की घोषणा की गयी। तभी से यह दिवस प्रतिवर्ष महिला दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।
भारतीय इतिहास की 10 महान महिलाएं
क्या है अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का उद्देश्य
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (International Women’s Day) का मुख्य उद्देश्य समाज के निर्माण में महिलाओं के योगदान एवं उपलब्धियों की सराहना एवं महिलाओ के अधिकारों के सम्बन्ध में जागरूकता का प्रचार करना है। इस दिवस के माध्यम से हमारे समाज के हर क्षेत्र में महिलाओं के योगदान एवं उपलब्धियों की पहचान एवं महिला सशक्तिकरण को प्रमुख रूप से परिभाषित किया जाता है। वास्तव में महिला दिवस हमारे समाज के निर्माण एवं विकास में महिलाओं की अनूठी एवं अद्वितीय क्षमता के जश्न के रूप में मनाया जाने वाला दिवस है जो महिला शक्ति के महत्व एवं आवश्यकता से समाज को रूबरू कराता है। मानव विकास के निर्माण में महिलाओं का योगदान अतुलनीय है।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2023 की थीम
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर प्रत्येक वर्ष एक विशेष थीम का चयन किया जाता है जिसके आधार पर महिला दिवस की विषयवस्तु केंद्रित रहती है। वर्ष 2023 में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2023 की थीम (International Women’s Day 2023 theme), “डिजिटऑल : लैंगिक समानता हेतु नवाचार एवं प्रौद्योगिकी” (DigitALL: Innovation and technology for gender equality) है।
यह थीम महिलाओ के उत्थान एवं विकास हेतु “नवाचार एवं प्रौद्योगिकी” के प्रयोग पर बल देती है एवं समाज के सभी वर्गों की महिलाओ के विकास हेतु तकनीक के प्रयोग को बढ़ावा देती है। विश्व के विभिन भागो में तकनीक से वंचित महिला वर्गों को तकनीक एवं नवाचार के माध्यम से समाज की मुख्य-धारा में शामिल करना इस वर्ष के महिला दिवस का विषयवस्तु है।
राष्ट्रीय महिला दिवस (National women day)
भारत में भी प्रतिवर्ष महिलाओ के योगदान एवं अधिकारों के प्रति राष्ट्रीय स्तर पर जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय महिला दिवस (National women day) मनाया जाता है। भारत में प्रतिवर्ष 13 फरवरी को राष्ट्रीय महिला दिवस (National women’s day in India) का आयोजन किया जाता है। राष्ट्रीय महिला दिवस देश की महिलाओं के लिए आदर्श के रूप में स्थापित भारत कोकिला सरोजिनी नायडू की जयंती (Sarojini Naidu) के अवसर पर मनाया जाता है।
महिलाएँ है प्रगति का वाहक
वर्तमान समय में महिलाओं ने समाज के सभी क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा को सिद्ध किया है। हालांकि वर्तमान समय में भी बहुत सारे क्षेत्र ऐसे है जहाँ महिलाओं को अपेक्षित अधिकार नहीं मिल पाते। चाहे राजनीति में महिलाओं की सहभागिता का प्रश्न हो या नीति निर्माण में महिलाओं की भागीदारी, समान कार्य के लिए समान वेतन का प्रश्न हो या महिलाओं के कार्य सम्बंधित अधिकार विभिन क्षेत्रों में महिलाओ के अधिकार हेतु लम्बी दूरी तय करनी अभी बाकि है। एक जागरूक एवं शिक्षित समाज के माध्यम से ही हम महिलाओ के लिए ऐसा वातावरण तैयार कर सकते है जहाँ महिला दिवस के वास्तविक उद्देश्य की कल्पना को साकार किया जा सकता है।
International Women’s Day सम्बंधित अकसर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के माध्यम से समाज में महिलाओ के योगदान को बढ़ावा देने एवं महिलाओ अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाने का कार्य किया जाता है।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को 1908 में अमेरिका में आयोजित रैली के पश्चात प्रतिवर्ष 8 मार्च को मनाया जाना प्रारंभ हुआ। हालांकि इस दिवस को अंतर्राष्ट्रीय स्तर मान्यता वर्ष 1975 में संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा इस दिवस को मनाए जाने के पश्चात मिली।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (International Women’s Day) प्रतिवर्ष 8 मार्च को मनाया जाता है।
भारत में प्रतिवर्ष 13 फरवरी को राष्ट्रीय महिला दिवस (National women’s day in India) मनाया जाता है। यह दिवस भारत कोकिला सरोजनी नायडू की जयंती के अवसर पर मनाया जाता है।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2023 की थीम (International Women’s Day 2023 theme), “डिजिटऑल : लैंगिक समानता हेतु नवाचार एवं प्रौद्योगिकी” (DigitALL: Innovation and technology for gender equality) है।