तो दोस्तों आप सभी यह तो जानते ही होंगे की हिन्दू धर्म सबसे पवित्र व पुराना धर्म है और हमारे इस हिन्दू धरम में अनेकों त्यौहार मनाये जाते है और उन सभी त्यौहारों को हर कोई व्यक्ति अपनी संस्कृति के अनुसार मनाता है। लेकिन हिन्दुओं में कोई भी व्यक्ति किसी भी त्यौहार को किसी भी संस्कृति से मनाता हो लेकिन सभी त्यौहार बड़े ही धूमधाम के साथ मनाये जाते है। हमारे हिन्दू धर्म में अनेकों त्यौहार है जैसे की – होली, दिवाली, रक्षा बंधन, करवा चौथ, तीज, जन्मास्ठमी, गोवर्धन पूजा आदि।
तो दोस्तों आज हम आप सभी को ऐसे ही एक त्यौहार के बारे में बताने जा रहे है जिसका नाम है करवा चौथ। करवा चौथ त्यौहार सभी सुहागिनों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। इसको भारत के साथ साथ और भी कई देशों में मनाया जाता है। जिन लोगो की नई नई शादी हुई उनके लिए उनका पहला करवा चौथ बहुत ही महत्वपूर्ण होता है।
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लेकिन जिन लोगो की नई नई शादी हुई है उन लोगो को भी करवा चौथ का बेसब्री से इंतज़ार होगा लेकिन उनके मन में एक प्रश्न जरूर होगा की पहला करवा चौथ कैसे मनाये। तो दोस्तों अगर आप भी यह सब जानकारी प्राप्त करना चाहते तो उसके लिए आप सभी को हमारे इस लेख को अंत तक ध्यानपूर्वक पढ़ना होगा क्योंकि आज हमने आप सभी के लिए इस लेख में करवा चौथ के बारे में बहुत सी जानकारी प्रदान की हुई है तो कृपया कर इसको अंत ता ध्यानपूर्वक पढ़े ताकि आप भी जान सके की अपना पहला करवा चौथ कैसे करें ?
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Article Contents
करवा चौथ क्या होता है | What is Karva Chauth?
तो दोस्तों इसको मनाए के तरीके से पहले यह जान लेते है की करवा चौथ क्या। तो आइये जानते है की करवा चौथ क्या है – करवा चौथ हिन्दुओं के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। इस दिन सभी महिलायें उसी प्रकार से तैयार होती है जिस प्रकार वह अपने विवाह के समय में हुई थी। इस दिन सभी शादीशुदा महिलायें अपने पति की लम्बी आयु के लिए निर्जला व्रत रखती है। ताकि सभी महिलायें हमेशा सुहागन रह सके। इस त्यौहार का सभी महिलायें बड़े ही बेसब्री से इंतज़ार करती है। उसके बाद इस दिन सभी महिलाएं घर पर करवा चौथ की कथा भी करती है उसके बाद रात को जब चाँद दीखता है उस समय सभी महिलायें इस व्रत को खोलती है।
अगर आपकी नई नई शादी हुई है तो आपके मन में भी इस त्यौहार का बेसब्री से इंतज़ार होगा क्योंकि शादी के बाद सभी पहले त्यौहार को बहुत विशेष माना जाता है। पहले त्यौहार को मानाने के लिए कई बार कुछ विशेष तरीके भी होते है। अगर आप भी अरवा चौथ मानाने का तरीका जानना चाहते हो तो उसके लिए हमने इस लेख में सम्पूर्ण जानकरी प्रदान की हुई है तो क्रिया कर इस लेख को अंत तक पढ़े।
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पहला करवा चौथ का व्रत | first karva chauth fast
तो अब हम आप सभी को यहाँ पर बताने वाले है की करवा चौथ मानाने की विधि की प्रकार होती है। तो यह सभी जानने के लिए आप सभी को यहाँ पर दी गयी जानकारी को ध्यानपूर्वक पढ़ना होगा। ताकि आप भी इसको मानाने का सही तरीका जान सकें और इन सभी बातों का ख्याल रख सकें।
- सबसे पहले तो जिस दिन भी करवा चौथ का त्यौहार होगा उस दिन आपको अपने पति की लम्बी आयु और अपने हमेशा सुहागन रहने के लिए व्रत रखना होगा। क्योंकि इस दिन सभी महिलाओं का व्रत रखना अनिवार्य होता है इसलिए आपको भी इस व्रत को रखना होगा। आपको इस दिन निर्जला व्रत रखना होगा।
- जिस दिन करवा चौथ है उस दिन सभी महिलाओं को 16 श्रृंगार करना होता है। इसकी तैयारी आपको पहले से ही कर लेनी होगी यानि के सुबह ही इसकी तैयारी कर ले। क्योंकि माना यह भी जाता है की इस दिन 16 श्रृंगार करके पूजा में बैठना बहुत शुभ माना जाता है। इस दिन सभी महिलाओं को अपना शादी वाला लेहंगा पहनना चाहिए और उसको पहनकर ही पूजा में बैठना चाहिए। अगर किसी कारण से आप उसको नहीं पहनना चाहती तो उसके लिए आप पूजा के समय में अपने सर पर शादी वाला दुपट्टा रखकर भी बेथ सकती है।
- इस दिन सभी महिलाओं को अपने से बड़ो का आशीर्वाद भी लेना चाहिए ताकि वह सभी आपको हमेशा सुहागन रहने का आशीर्वाद दे सकें।
- इस दिन सभी महिलाओं को अपने दिन की शुरुआत सरगी से करनी चाहिए। इस दिन सर्गी के रूप में लड़की सास उसको मिठाई, कपडे, व श्रृंगार का सामन आशीर्वाद के रूप में देती है। इसको सभी महिलों को सुबह चार बजे से पहले खा लेना होता है।
- जिस तरह से सास इस दिन अपनी बहु को सेर्गी देती है उसी प्रकार से सर्गी लड़की के घर से भी आती है। इसमें भी लड़की की माता सर्गी के रूप में मिठाई, कपडे व श्रृंगार का सामान आशीर्वाद के रूप पमे देती है।
- उसके बाद शाम के समय में करवा चौथ की कथा होती है और आप सभी को इस कथा को बड़े ही ध्यानपूर्वक सुनना होगा। शाम को 4 से 5 बजे के बीच में होती है। इस कथा को सभी महिलाओं के द्वारा सभी विधि विधानों के साथ करनी चाहिए और इस कथा को सम्पूर्ण हो जाने के बाद आप चाय, दूध या फिर जूस का सेवन कर सकती है।
- उसके बाद जब रात को आसमान में चाँद निकल जाए तो आपको छत पर आरती की थाली लकर चले जाना होगा। उसके बाद आपको चाँद की एवं अपने पति की आरती करनी होगी उसके बाद आपको अपने पति को मिठाई खिलानी चाहिए उसके बाद उसके बाद आपको चन्द्रमा को अर्घ देनी होगी फिर आपको अपने पति को छननी में अपने पति को देखना होगा उसके बाद आपके पति भी आपको मिठाई व जल पिलाकर आपके करवा चौथ के व्रत को खोल सकते है। उसके बाद आपको अपने पति के पैर छूने होंगे।
इसी प्रकार से आप भी अपने करवा चौथ के व्रत को पूर्ण कर लेती है। इन सभी विधि विधानों के साथ ही अधिकतर महिलायें अपना करवा चौथ का व्रत रखती है।
2022 में Karva Chauth कब मनाया जाएगा ?
तो दोस्तों जैसा की आप सभी को पता है की हर वर्ष करवा चौथ का त्यौहार भी बड़ी ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। क्योंकि इस दिन सभी शादी शुआ महिलायें अपने पति की लम्बी आयु के लिए व्रत रखती है तो इसलिए उन सभी महिलाओं के लिए यह जानना जरुरी है की इस साल यानि के 2022 में करवा चौथ कब मनाया जाएगा। तो इसलिए आप सभी को यह बता दे की इस वर्ष यानि के 2022 में पंचांग के अनुसार, हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ का व्रत रखा जाता है। इस साल करवा चौथ का व्रत 13 अक्टूबर 2022 को रखा जाएगा।
करवा चौथ से सम्बंधित कुछ प्रश्न व उनके उत्तर
करवा चौथ हिन्दुओं के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। इस दिन सभी महिलायें उसी प्रकार से तैयार होती है जिस प्रकार वह अपने विवाह के समय में हुई थी। इस दिन सभी शादीशुदा महिलायें अपने पति की लम्बी आयु के लिए निर्जला व्रत रखती है।
2022 में करवा चौथ 13 अक्टूबर 2022 यानि के बृहस्पतिवार के दिन को मनाया जाएगा।
करवा चौथ का व्रत सभी महिलाएं अपने पति की लम्बी आयु के लिए रखती है। ताकि वह हमेशा सुहागन रह सके।
सर्गी एक प्रकार की रीत होती है। इसमें सभी महिलाये सुबह 4 बजे से पहले मिठाई ,फल खा लेती है। इसमें बड़ो का आशीर्वाद भी शामिल होता है। यह रीत करवा चौथ के दिन निभायी जाती है।