प्रतिदिन हम अपने चारो ओर विभिन प्रकार के पोस्टर, बैनर, चित्र, लोगो (logo) एवं विज्ञापन देखते है। इनमे से कुछ विज्ञापन तो हमे लम्बे समय तक याद भी रहते है और कुछ विज्ञापन लोगों के बीच बहुत अधिक लोकप्रिय भी होते है। परन्तु क्या आपने कभी सोचा है की इन पोस्टर, बैनर या विज्ञापन को डिजाईन कौन करता है? आपको बता दे की यह सभी काम ग्राफ़िक डिज़ाइनिंग के अंतर्गत किया जाता है। यह ग्राफ़िक डिज़ाइनिंग क्या होता है ? चलिए आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको इस रोचक विषय के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी प्रदान करने वाले है। आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको बताने वाले है की ग्राफ़िक डिज़ाइन क्या है? (What Is Graphic Design In Hindi). ग्राफ़िक डिज़ाइनर क्या होता है? ग्राफ़िक डिजाइनर का क्या कार्य है ? ग्राफ़िक डिजाइनर कैसे बनते है ? ग्राफ़िक डिजाइनर के लिए कौन सा कोर्स किया जाता है सम्बंधित सभी प्रकार की जानकारियाँ आपको इस आर्टिकल के माध्यम से प्रदान की जाएगी। Graphic Designing kya hota hai सम्बंधित जानकारी प्रदान करने के अतिरिक्त यहाँ आपको ग्राफ़िक डिज़ाइन में विभिन कैरियर एवं सम्भावनाओ के सम्बन्ध में भी विस्तृत जानकारी प्रदान की जाएगी।
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ग्राफ़िक डिज़ाइन क्या है?
ग्राफ़िक डिज़ाइन (Graphic Design) जिसे की हिंदी में रेखाचित्र भी कहा जाता है एक प्रकार की कला है जिसका मुख्य उद्देश्य ग्राफ़िक्स यानी की रेखाचित्रों के माध्यम से अपने विचार का लोगों के मध्य प्रसार करना है। ग्राफ़िक डिज़ाइन के माध्यम से डिजाईन के विभिन तत्वों जैसे पोस्टर, लोगो, बैनर, चित्र एवं विज्ञापन के माध्यम से लोगो तक अपने विचारों का प्रसार, कोई खास सन्देश पहुँचाना या किसी विशेष विचार के प्रति जनमत के मत को प्रभावित करना है। ग्राफ़िक डिजाईन के अंतर्गत डिजाईन के विभिन तत्वों जैसे (Images, Typography, Colours, Text, Symbols) को शामिल किया जाता है।
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वर्तमान समय में अपने चारो ओर देखने पर हम जो की विज्ञापन, छवि, पोस्टर, लोगो या विभिन प्रकार की क्रिएटिव आर्ट देखते है वह सभी चीजें ग्राफ़िक डिज़ाइन के अंतर्गत शामिल की जाती है। जनमत को प्रभावित करने एवं लोगों की सोच को गढ़ने में ग्राफ़िक डिज़ाइन की महत्वपूर्ण भूमिका है। हम अपने फ़ोन या कंप्यूटर में जो भी विभिन वस्तुएँ देखते है इन सभी का निर्माण भी ग्राफ़िक डिज़ाइन के अंतर्गत किया जाता है।
Graphic Designing के माध्यम से विभिन कम्पनियाँ अपने प्रोडक्ट का प्रचार-प्रसार, विभिन ब्रांड अपने ब्रांड का प्रमोशन, कंपनियों के द्वारा किसी विशेष प्रोडक्ट के प्रति लोगो को आकर्षित करना, किसी विशेष योजना के प्रति लोगों को जागरूक करना या सन्देश पहुंचाना होता है। सोशल मीडिया पर भी ग्राफ़िक डिज़ाइन Visual Communication का सशक्त माध्यम है।
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ग्राफिक डिजाइनर क्या होता हैं?
Graphic यानी की रेखाचित्र को Design करने वाले कुशल पेशेवर को ही ग्राफिक डिजाइनर (Graphic Designer) कहा जाता है। ग्राफिक डिजाइनर का कार्य हाथों या कंप्यूटर की सहायता से विभिन प्रकार की क्रिएटिव आर्ट की डिजाईनिंग करना होता है जिसके माध्यम से विभिन प्रकार के विचारों को लोगो तक पहुंचाया जाता है। ग्राफिक डिजाइनर ग्राफ़िक्स के विभिन तत्वों जैसे रंग, आकृति, आकार, रचनात्मकता के माध्यम से विभिन प्रकार के रेखाचित्र तैयार करते है। वर्तमान में कंप्यूटर के माध्यम से ही विभिन प्रकार के ग्राफ़िक डिजाईन किए जाते है। ग्राफिक डिजाइनर बनने के लिए किसी भी व्यक्ति का क्रिएटिव होना आवश्यक होता है तभी वह बेहतर तरीके से अपने सन्देश को लोगों तक प्रसारित कर सकता है।
कहाँ उपयोग होता है ग्राफ़िक डिज़ाइन
हम अपने चारो ओर ग्राफ़िक्स से घिरे हुए है। प्रतिदिन के जीवन में आपके सुबह उठने से लेकर रात्रि के सोने तक आप अपने चारो ओर हजारो प्रकार के ग्राफ़िक्स देखते है। सुबह उठने पर जब आप अपने फ़ोन को खोलते है तो आपको विभिन प्रकार के वॉलपेपर, इमोजीस, वीडियोस एवं क्रिएटिव आर्ट प्रदर्शित होते है जो की ग्राफ़िक डिजाईनिंग के माध्यम से ही क्रिएट किए जाते है। जब आप अपने ऑफिस के लिए निकलते है तो आपको रास्ते में सड़को के किनारे विभिन प्रकार के साइन-बोर्ड दिखाई देते है जिन्हे ग्राफ़िक डिजाईनिंग के अंतर्गत डिजाईन किया जाता है।
इसके अतिरिक्त आप अपने फ़ोन पर विभिन प्रकार के प्रोडक्ट को खरीदने से सम्बंधित विज्ञापनों, टीवी एवं अन्य वेबसाइट पर विभिन विज्ञापनों को भी देखते है जो की ग्राफ़िक डिज़ाइन द्वारा निर्मित किए जाते है। मोबाइल पर खेले जाने वाले विभिन गेम्स एवं अन्य प्रकार के कार्यो में भी ग्राफ़िक डिजाईनिंग का उपयोग किया जाता है। विभिन कंपनियों द्वारा ग्राहकों को अपने प्रॉडक्ट एवं उत्पादों को खरीदने के लिए आकर्षित करने के लिए विभिन प्रकार के क्रिएटिव ग्राफ़िक डिजाईनिंग आर्ट का प्रयोग किया जाता है।
ग्राफिक डिजाइनर बनने के लिए आवश्यक योग्यताएँ
ग्राफिक डिजाइनर बनने के लिए किसी भी व्यक्ति का रचनात्मक एवं लीक से हटकर सोचने की योग्यता होनी आवश्यक है। ग्राफ़िक डिजाईनिंग एक ऐसा क्षेत्र है जहाँ व्यक्ति की रचनात्मकता पर व्यक्ति का करियर निर्भर करता है। इस क्षेत्र में सफल होने के लिए व्यक्ति को टेक्निकल जानकारी सीखने के अतिरिक्त कुछ नया सोचने एवं अपने विचारो को भिन्न तरीके से प्रदर्शित करने की क्षमता भी होनी चाहिए तभी वह लोगों के सामने अपने विचारो एवं सन्देश को बेहतर तरीके से प्रदर्शित कर सकता है। ग्राफिक डिजाइनर बनने के लिए व्यक्ति में रचनात्मकता के अतिरिक्त ग्राफ़िक डिजाईनिंग के सभी पहलुओं को बारीकी से सीखना आवश्यक है तभी इस क्षेत्र में सफलता प्राप्त की जा सकती है। साथ ही नवीन जानकारियों के साथ स्वयं को अपडेट रखना भी आवश्यक होता है।
ग्राफिक डिजाइनर कैसे बनें ?
ग्राफिक डिजाइनर बनने के लिए आपको सर्वप्रथम किसी भी संस्थान से ग्राफ़िक डिजाईनिंग का कोर्स करना आवश्यक होता है जिससे की आप Graphic Designing की बारीकियों से परिचित हो पाते है। 12वीं करने के बाद आप इस क्षेत्र में डिप्लोमा से लेकर एडवांस कोर्स तक विभिन प्रकार के कोर्सेज में दाखिला ले सकते है। इसके बाद इस फील्ड में विभिन प्रकार के प्रोजेक्ट पर कार्य करके एवं विभिन टास्क को पूरा करने आप अपनी स्किल्स को और भी बेहतर बना सकते है। ग्राफ़िक डिजाईनिंग एक रचनात्मक कार्य है ऐसे में यदि आपको विभिन प्रकार की रचनात्मक कला एवं आर्ट्स में रूचि है तो आप इस फील्ड में अपना करियर बना सकते है।
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ग्राफिक डिजाइन कोर्स एवं फ़ीस
Graphic Designing के क्षेत्र में कामयाब होने के लिए आपको इस क्षेत्र से जुड़ी विभिन प्रकार की बारीकियों के बारे में नॉलेज होनी आवश्यक है। इस क्षेत्र की बारीकियों की सीखने के लिए आप विभिन प्रकार के पाठ्यक्रमों (Courses) में दाखिला लेकर Graphic Designing की बारीकियों को सीख सकते है। यहाँ आपको ग्राफिक डिजाइन कोर्स (Graphic Design Course in Hindi) एवं फ़ीस से सम्बंधित विभिन प्रकार की जानकारियाँ प्रदान की गयी है :-
- डिप्लोमा इन ग्राफ़िक डिजाईन (Diploma in Graphic Design)– यह ग्राफ़िक डिजाईनिंग के लिए सबसे बेसिक कोर्स है जिसकी अवधि एक वर्ष होती है। इसके माध्यम से आप ग्राफ़िक डिजाईनिंग की विभिन बारीकियों से परिचित हो पाते है। (फ़ीस-5,000 से Rs. 1.5 लाख तक)
- बैचलर ऑफ़ फाइन आर्ट (Bachelor of Fine Arts (BFA)- तीन या चार वर्षीय BFA कोर्स आपको ग्राफ़िक डिजाईनिंग की विभिन स्किल्स को सीखने के विभिन मौके प्रदान करता है। (फ़ीस-30000 से 35000 रूपये तक)
- बीए ग्राफ़िक डिजाईन (BA Graphic Design) – बीए ग्राफ़िक डिजाईन, ग्राफ़िक डिजाईनिंग में स्नातक स्तर का कोर्स है जहाँ आप ग्राफ़िक डिजाईन करने से सम्बंधित पहलुओं को सीखते है। (फ़ीस-30,000 रुपएसे 3 लाख रुपए तक)
- बीएससी मल्टीमीडिया (BSc Multimedia)- video editing के विभिन पहलुओं को बारीकी से सीखने के लिए बीएससी मल्टीमीडिया महत्वपूर्ण कोर्स है जहाँ आप अपनी स्किल्स को और भी बेहतर बना सकते है। (फ़ीस-2 से 3 लाख रूपये)
- एम.ए. ग्राफ़िक डिजाईन (MA Graphic Design)– एम.ए. ग्राफ़िक डिजाईन, ग्राफ़िक डिजाईनिंग में स्नाकोत्तर स्तर का कोर्स है जिसके माध्यम से आप इस क्षेत्र से जुड़ी हुयी विभिन जानकारियों को विस्तृत रूप से सीख कर अपनी स्किल्स का विकास कर सकते है साथ ही यहाँ आप Design Manager, Video Editor एवं फ्रीलांसिंग में भी अपना हाथ आजमा सकते है। (फ़ीस-78,000 से 1,50,000 रूपये तक)
- सर्टिफिकेट इन 3D एनीमेशन (Certificate in 3D Animation)- 3D एनीमेशन से सम्बंधित विभिन क्षेत्रो जैसे 3D Images Creator, 3D Video, 3D ग्राफ़िक्स एवं 3D Arts कला सीखने के लिए सर्टिफिकेट इन 3D एनीमेशन एक बेहतर कोर्स है जहाँ आप 3D आर्ट्स में विभिन पहुलओं की सीख सकते है। (फ़ीस-22,000 से 85,000)
नोट (Note)- Graphic Designing के विभिन कोर्सेज के लिए यहाँ दी गयी फ़ीस को लगभग या अनुमानित में दिया गया है। विभिन संस्थानों द्वारा विभिन कोर्सेस के लिए ली जाने वाली फ़ीस में अंतर होता है ऐसे में सभी इच्छुक कैंडिडेट को सलाह दी जाती है की वे किसी भी संस्थान एवं किसी भी कोर्स में दाखिला लेने से पूर्व फ़ीस से सम्बंधित सभी पहलुओं के बारे में अच्छे से पर्याप्त जानकारी प्राप्त करें।
Graphic Design: करियर एवं अवसर की सम्भावनाएँ
वर्तमान युग कंप्यूटर का युग है। प्रतिदिन के जीवन में हम ग्राफ़िक डिजाईनिंग (Graphic Designing) के विभिन पहलुओं से घिरे रहते है ऐसे में यह हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। समय के साथ ग्राफ़िक डिजाईनिंग के क्षेत्र में निरंतर वृद्धि दर्ज की जा रही है ऐसे में यह क्षेत्र ग्राफिक डिजाइनरों के लिए पर्याप्त अवसर प्रदान करता है। ग्राफ़िक डिजाईनिंग से सम्बंधित कोर्स करने के बाद आप निम्न क्षेत्रों में अपना करियर बना सकते है :-
- विज्ञापन के क्षेत्र में
- डिजिटल मार्केंटिग के क्षेत्र में
- सोशल-मीडिया में विभिन प्रकार के क्रिएटिव आर्ट से सम्बंधित क्षेत्रों में
- लोगो (logo) डिजाईनिंग
- इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, इलुस्ट्रेशन क्षेत्र
- ऐडवर्टाइजिंग एजेंसी
- न्यूज़पेपर एवं वेब पेज मैगजीन क्षेत्र में
- फिल्म एवं एनीमेशन के क्षेत्र में
- 3D आर्ट्स के क्षेत्र में
ग्राफ़िक डिजाईनिंग (Graphic Designing) के क्षेत्र में आपके अनुभव बढ़ने के साथ आपकी सैलरी में भी बढ़ोतरी होती रहती है ऐसे में इस क्षेत्र के सभी पहलुओं को बारीकी से सीखकर आप प्रतिमाह लाखों रुपए तक कमा सकते है।
ग्राफ़िक डिज़ाइन सम्बंधित अकसर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
Graphic Designing जिसे की रेखाचित्र कला भी कहा जाता है एक प्रकार की आर्ट है जिसके अंतर्गत विभिन प्रकार के पोस्टर, लोगो, बैनर, चित्र एवं विज्ञापनों के माध्यम से अपने विचारो को पहुंचाया जाता है।
ग्राफ़िक डिज़ाइन का प्रतिदिन के जीवन में वृहद् उपयोग है। प्रतिदिन विभिन उत्पादों के लिए विज्ञापन, फोन पर विभिन प्रकार के वॉलपेपर, इमोजी, डिजाईन एवं वीडियो, ऑडियो ग्राफ़िक्स को ग्राफ़िक डिज़ाइन के अंतर्गत ही क्रिएट किया जाता है।
ग्राफ़िक डिज़ाइनर बनने के लिए किसी भी व्यक्ति का क्रिएटिव होना आवश्यक है। साथ ही कला से जुड़े विभिन पहलुओं के सम्बन्ध में भी जानकारी होना आवश्यक होता है। इस क्षेत्र में रचनात्मक विचारो के माध्यम से ही आप दूसरों से भिन्न कार्य प्रदर्शित कर सकते है।
ग्राफ़िक डिज़ाइनर बनने के लिए विभिन प्रकार के कोर्सेज उपलब्ध है। ऊपर दिए गए आर्टिकल में आपको Graphic Design Course in Hindi सम्बंधित विस्तृत जानकारी प्रदान की गयी है।
Graphic Designing में विभिन स्किल्स सीखने के पश्चात आप डिजिटल मार्केंटिग, ऐडवर्टाइजिंग एजेंसी, न्यूज़पेपर एवं वेब पेज मैगजीन, फिल्म एवं एनीमेशन एवं 3D आर्ट्स के क्षेत्र में रोजगार प्राप्त कर सकते है।