Google Pay New Rule: आजकल के समय में सभी चीजें तेज़ी से डिजिटल होती जा रही है। जैसे कि अब बैंक खाते से लेन दें भी डिजिटल माध्यम से की जाती है। यह काफी सरल तरीका है। इसीलिए सभी लोग इसका उपयोग भरपूर मात्रा में कर रहे हैं। दोस्तों आप सभी लोग डिजिटल लेन देन किसी भी एप्प के माध्यम से करते होंगे। जैसे कि गूगल पे, पेटीएम या अन्य कोई एप्प। दोस्तों क्या आप जानते हैं कि गूगल पे के नियमों में कुछ बदलाव किया गया है। यदि आप भी गूगल पे के उपभोक्ता हैं तो आपके लिए यह जानना जरुरी हैं कि गूगल पे में क्या नए नियम लागू किये गए हैं। यदि आप नए नियम की जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें। इसमें हम आपको इससे सम्बंधित सभी जानकारियां देंगे।
जानें क्या है नया नियम
अगले साल की शुरुआत में गूगल पे के नियम में कुछ बदलाव किया गया है। यदि आप गूगल पे के उपभोक्ता हैं तो आपको पता होगा कि जब आप एप्प से ट्रांजेक्शन करते हैं तो गूगल आपकी कुछ जानकारी को स्टोर कर लेता है। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। जी हाँ, नए साल की 1 तारीख से अब यदि आप गूगल पे के माध्यम से कोई ट्रांजेक्शन करेंगे तो गूगल आपकी कोई भी जानकारी को सेव नहीं करेगा। यदि आप दुबारा ट्रांजेक्शन करेंगे तो आपको अपनी जानकारी पुनः डालनी होगी।
1 जनवरी से बदल जाएगा गूगल पे का नियम
अब चूंकि गूगल को पेमेंट एग्रीगेटर्स और पेमेंट गेटवे के लिए भारतीय रिजर्व बैंक RBI की गाइडलाइंस को फॉलो करना पड़ता है। और RBI ने यह निर्देश जारी किया है कि कार्ड के नेटवर्क और कार्ड जारीकर्ता के अलावा किसी भी एंटिटी और मर्चेंट को कार्ड की जानकारी स्टोर नहीं करनी चाहिए। इसीलिए गूगल ने गूगल पे के उपभोक्ताओं को सूचित किया है कि 1 जनवरी 2022 से गूगल किसी भी कार्ड की डिटेल को स्टोर नहीं करेगा। और पहले की स्टोर की हुई जानकारी को भी डिलीट कर देगा। अभी हमे ट्रांजेक्शन करने के लिए अपने कार्ड की डिटेल डालनी होती है तो गूगल कार्ड की डिटेल जैसे कार्ड नंबर और एक्सपाइरी डेट को स्टोर कर देता है। और अगर हम दुबारा ट्रांजेक्शन करते हैं तो हमे बस अपने पिन और OTP डालना होगा। लेकिन आगे से ऐसा नहीं होगा, हमे ट्रांजेक्शन करने के लिए बार बार अपने कार्ड की डिटेल दर्ज करनी होगी।
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क्यों किया गया नियमों में बदलाव
गूगल पे में किये गए बदलाव से शायद हमे थोड़ा परेशानी हो लेकिन यह हमारे लिए ही सही है। जब हमारी जानकारी गूगल द्वारा स्टोर की जाती है तो कुछ कारणों से वो लीक हो सकती है जो कि हमारे लिए हानिकारक है। अब यदि गूगल हमारे कार्ड की जानकारी को स्टोर करके नहीं रखेगा तो इसके लीक होने का भी कोई डर नहीं है। इसमें परेशानी जरूर होगी हमे बार बार अपने कार्ड की डिटेल दर्ज करनी होगी। लेकिन देखा जाए तो ये हमारी सुरक्षा के लिए ही है। हालाँकि मास्टर कार्ड के उपभोक्ता अपने कार्ड की डिटेल को फॉर्मेट में सेव करने के लिए ऑथोराइज़्ड कर सकते हैं।