हमारा भारत आज डिजिटलीकरण की और अग्रसर हो रहा है। आज के समय में सभी चीजे डिजिटल होती जा रही है चाहे वो मनी ट्रांसफर हो या कॉलेज के नोट्स या शॉपिंग, या बुकिंग हो सब हम ऑनलाइन कर सकते है। जैसे की हमारे सारे काम डिजिटल तरीके से हो रहे है वैसे ही हमारा सिग्नेचर भी डिजिटल हो गया है। आज हम आपको बतायेगे कि Digital Signature क्या है और डिजिटल सिग्नेचर कैसे बनवाएं? डिजिटल सिग्नेचर से जुडी जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारे इस लेख को पूरा पढ़े।
दोस्तों जैसा की आप सब जनते ही है कि signature यानि हस्ताक्षर आपके जीवन में बहुत सी जगहों पर इस्तेमाल किये जाते है। ये हमारी सहमति की निशानी होते है। बहुत सी जगाहों जैसे बैंक, स्कूल, कॉलेज, ऑफिस में अपके सिग्नेचर की आवश्यकता होती है। जब हम किसी दस्तावेज पर सिग्नेचर करते है तो उसका ये मतलब होता है कि हम अपनी सहमति दे रहे है।
लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आपके सिग्नेचर की नक़ल भी की जा सकती है। बहुत से लोग फ़र्ज़ी सिग्नेचर करके धोखाधड़ी करके पैसे लूटने का काम करते है। डिजिटल सिग्नेचर से आप ऐसी होने वाली धोखाधड़ी से बच सकते हो।
यहाँ भी देखें -->> क्विज खेलकर इनाम कमाएं
यह भी पढ़े :- अपना डिजिटल सेवा केंद्र पंजीकरण
Article Contents
Digital Signature क्या है
डिजिटल सिग्नेचर किसी डिजिटल मैसेज या डॉक्यूमेंट की प्रामणिकता को प्रदर्शित करने वाला एक गणितीय योजना है। अब कई जगहों पर physical signature की जगह digital signature का इस्तेमाल किया जाने लगा है। जिस तरह आपके सामान्य सिग्नेचर होते है वैसे ही डिजिटल सिग्नेचर भी होते है। डिजिटल सिग्नेचर एक ऐसी तकनीक है जिससे हम किसी भी दस्तावेज की सच्चाई जान सकते है। डिजिटल सिग्नेचर को कुछ इस प्रकार बनाया जाता है कि कोई भी इससे छेड़छाड़ करता है तो उसका आसानी से पता लगाया जा सकता है।
डिजिटल सिग्नेचर एक ऐसी तकनीक है जो मैसेज, डॉक्यूमेंट या सॉफ्टवेयर की प्रमाणिकता (Authensity) और अखंडता (Intergriy) को पहचानता है, जिससे पता चलता है की डाक्यूमेंट्स या मैसेज किसके द्वारा भेजा गया है। डिजिटल सिग्नेचर हाथ से लिखे सिग्नेचर या स्टाम्प जितना ही मान्य होता है। जैसे कि हम किसी डॉक्यूमेंट में प्रमाणिकता के लिए सिग्नेचर करते है वैसे ही डिजिटल डॉक्युमनेट की प्रमाणकता के लिए डिजिटल सिग्नेचर किये जाते है।
एक बार डिजिटल सिग्नेचर बनवाने के बाद आप इसको आजीवनकाल तक के लिए इस्तेमाल नहीं कर सकते। डिजिटल सिग्नेचर की वैधता 1 वर्ष, 2 वर्ष और 3 वर्ष होती है, जिसके बाद आप अपने सिग्नेचर को रिन्यू करवा सकते हो। डिजिटल सिग्नेचर का प्रयोग अधिकतर ई-फाइलिंग, ई-टिकटिंग, ई-कॉमर्स, सीरविके टेक्स्ट रिटर्न, ऑनलाइन बैंकिंग वित्तीय लेनदेन आदि के लिए किया जाता है।
डिजिटल सिग्नेचर electronic रूप में होते है इन्हे कम्प्यूटर या अन्य की उपकरण में सॉफ्टवेयर के माध्यम से लिया जाता है। डिजिटल सिग्नेचर क्रिप्टोग्राफ़ी की विधि पर आधारित है। इसमें दो key का उपयोग किया जाता है मैसेज को encrypt करने वाली key को पब्लिक के लिए रखा जाता है और मैसेज decrypt करने वाली के को गुप्त रखा जाता है।
डिजिटल सिग्नेचर कैसे बनवाएं?
डिजिटल सिग्नेचर पब्लिक की क्रिप्टोग्राफी पर आधारित होता है। यह पब्लिक की अल्गोरिथम जैसे RSA (Rivest-Shamri-Adleman) का इस्तेमाल करके दो key (public key और private key) बनाई जाती है। ये दोनों एक दूसरे से लिंक्ड होती है। डिजिटल सिग्नेचर बनाने के लिए सबसे पहले आपको डिजिटल सर्टिफिकेट की जरुरत होगी। यह Certificate Authority(CA) के द्वारा दिया जाता है। CA एक ऐसा व्यक्ति होता है जिसे इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट 2000 के तहत Digital Signature प्रदान करने के लिए उसके पास लाइसेंस होता है। CA डिजिटल सर्टिफिकेट को बनाकर उससे डिजिटल सिग्नेचर बनाकर आपको देता है जिसके लिए आप CA को फीस का भुगतान करते हो। सर्टिफिकेट बनने में एक सप्ताह का समय लगता है।
डिजिटल सिग्नेचर ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया
- सबसे पहले emudra की आधिकारिक वेबसाइट पर जाये
- सबसे ऊपर ऑप्शन में से buy certificate चुने।
- वहा अपनी class चुने। फिर user type चुने
- certificate type चुने। सिग्नेचर और encryption का चुनाव करे आप दोनों का एक साथ चुनाव भी कर सकते है।
- validity चुने उसके बाद buy certificate पर क्लिक कर दे।
- अब आपके सामने दूसरा पेज ओपेन होगा
- अपना नाम और अपना मोबाइल नंबर डाले और continue पर क्लिक करे।
- जिसके बाद आपके मोबाइल नंबर पर OTP आएगा उसको भरे
- अगला पेज ओपन होगा वहा पूछी गयी सारी जानकारी भरे
- उसके बाद proceed to pay पर क्लिक करे
- उसके बाद ऑनलाइन पेमेंट करे।
- पेमेंट करने के बाद आपको वीडियो वेरिफिकेशन करना भी आवश्यक है
- वीडियो वेरिफिकेशन की लिंक पर जाये अपने पास अपने डाक्यूमेंट्स ले कर बैठे
- उसके बाद आपसे जो जो पूछा जाए आपको उसका जवाब देना है
- उसके बाद वीडियो को भी सबमिट कर दे।
यह भी जाने :- High Security Number plate क्या होता है ?
डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट क्या है ?
- डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट एक इलेक्ट्रॉनिक पासवर्ड है, जो किसी व्यक्ति या संस्था को Public Key Infrastructure (PKI) का उपयोग करके इंटरनेट पर सुरक्षित रूप से डेटा का आदान-प्रदान करने की अनुमति देता है।
- डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट में यूजर की पहचान की सभी जानकारी मौजूद होती है।
- डिजिटल सर्टिफिकेट को Public Key Certificate या Identity certificate के नाम से भी जाना जाता है।
- DSC ऑनलाइन ट्रांसक्शन में हो रहे इनफार्मेशन एक्सचेंज को उच्च सुरक्षा प्रदान करता है।
डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट के प्रकार (Types of DSC)
Digital Signature Certificate (DSC) वर्तमान समय में तीन तरह के होते है :-
- Class I DSC
यह किसी भी यूजर के लिए जारी किया जाता है। इसमें यूजर का नाम, ई-मेल, पहचान की पुष्टि होती है। class १ का सिग्नेचर एक बेसिक लेवल की सिक्योरिटी प्रदान करता है। इसका इस्तेमाल ऐसी स्थिति में किया जाता है जहा डेटा के नुक्सान का खतरा कम हो।
- Class II DSC
ये बिजनेसमैन या प्राइवेट संस्थानों में काम करने वाले व्यक्तियों के लिए जारी किया जाता है। इसके जरिये आप ऑनलाइन सरकारी काम करा सकते हो या फॉर्म भी भर सकते हो। class II टाइप का सिग्नेचर सर्टिफिकेट बनवाने के लिए यूजर को ई-मेल, मोबाइल नंबर, पैन कार्ड, आधार कार्ड, फोटो आदि डाक्यूमेंट्स की जरुरत होती है। इस प्रकार के सिग्नेचर का इस्तेमाल ऐसी स्थिति में किया जाता है जहा डेटा के नुक्सान का खतरा माध्यम हो।
- Class III DSC
यह डिजिटल सिग्नेचर का सबसे बड़ा स्टार है। यह पूर्ण रूप से सबसे अधिक सुरक्षित होता है। इसके लिए आपको खुद certified authority (CA) से मिलकर अपने डाक्यूमेंट्स की पुष्टि करनी होगी। इस सिग्नचर सर्टिफिकेट के आवेदक को अपनी पहचन साबित करने के लिए प्रमाणित प्राधिकारी (Registration Authority) के सामने उपस्थित होना आवश्यक है। ये ऐसी स्थिति में इस्तेमाल किया जाता है जहा डेटा के नुक्सान का खतरा सर्वाधिक हो।
यह भी पढ़े :- आधार कार्ड कैसे डाउनलोड करें
डिजिटल सिग्नेचर की आवश्यकता कहाँ होती है
- इनकम टैक्स रिटर्न की इ-फाइलिंग के लिए
- ऑनलाइन बैंकिंग वित्तीय लेन-देन के लिए।
- कंपनी इनकारपोरेशन के ई-फाइलिंग के लिए।
- एग्रीमेंट और कॉन्ट्रैक्ट के ई-साइनिंग के लिए।
- ट्रेडमार्क और कॉपीराइट एप्लीकेशन के ई-बफीलिंग के लिए।
- गवर्नमेंट टेंडर की ई-फाइलिंग के लिए।
- कंपनी रजिस्टर्ड करने के लिए।
- Word, MS Excel और PDF डाक्यूमेंट्स को signed करने के लिए।
- गुप्त दस्तावेजों को मेल करने के लिए।
Digital Signature क्या है से सम्बंधित प्रश्न व उनके उत्तर
DSC की फुल फॉर्म Digital Signature Certificate है।
डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट अधिकतम 3 वर्षो के लिए वैध होता है।
जी हाँ आप DSC के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते है।
डिजिटल सिग्नेचर किसी डिजिटल मैसेज या डॉक्यूमेंट की प्रामणिकता को प्रदर्शित करने वाला एक गणितीय योजना है।