तो दोस्तों आप सभी यह तो जानते ही है की दुनियाभर में बहुत से अनाजों की खेती की जाती है और फिर उन सभी अनाजों का आटा भी बनाया जाता है ताकि उस अनाज को खा सके। आप सभी यह भी जानते ही होंगे की आमतौर पर लोग गेहू का आटा खाते है और गेहू के आटे के अलावा और भी बहुत से अनाजों का आटा बनाया जाता है जैसे की – चावल का आटा, मैदा और मक्के का आटा। मक्के से जिस आटे को बनाया जाता है उसको क्या कहते है। उसको कॉर्नफ्लोर कहा जाता है। हर किसी अनाज का अपना अपना उपयोग होता है और वह अलग अलग चीजों में काम आता है। तो आप जानते है की यह किस कार्य आता है और यह बनता कैसे है ? अगर आप नहीं जानते तो आपको चिंता करने की कोई भी आवश्यकता नहीं है क्योंकि आज हम आप सभी को इस लेख में इसके बारे में बताने वाले है।
जैसे की – कॉर्नफ्लोर क्या होता है ?, यह कैसे बनता है और यह किस कार्य में काम आता है आदि जैसी बहुत सी जानकारी के बारे में हम आपको बताने वाले है। तो दोस्तों अगर आप भी यह सब जानकारी प्राप्त करना चाहते हो और यह जानना चाहते हो की कॉर्नफ्लोर क्या होता है और यह किस कार्य आता है तो उसके लिए आप सभी को हमारे इस लेख को अंत तक ध्यानपूर्वक पढ़ना होगा क्योंकि इस लेख में हमने इसके बारे में जानकारी दी हुई है तो कृपया इसको अंत तक पढ़े।
इसपर भी गौर करें :- Junk Food, Fast Food स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक क्यों है?
यहाँ भी देखें -->> क्विज खेलकर इनाम कमाएं
Article Contents
कॉर्नफ्लोर मक्के के आटा क्या है | what is cornflour maize flour
इस का निर्माण मकई के दाने के सफ़ेद भाग के द्वारा होता है जिसको स्टार्च भी कहा जाता है। आज के समय में इसका उपयोग काफी अधिक होने लगा है। इसका उपयोग अधिकतर फ़ास्ट फ़ूड बनाने में या फिर चाइनीज खाना बनाने के लिए किया जाता है। यह आपको आसानी से बाजार में मिल जाएगा और यह अधिक महंगा भी नहीं होता है। यह अलग प्रकार का आटा होता है आप सभी इसको किसी सब्जी या फिर किसी खाने बनाने के लिए कर सकते हो लेकिन आप इस आटे की रोटी नहीं बना सकते हो। आप इसको किसी चीज को फ्राई करने के लिए भी कर सकते हो या फिर किसी चीज की ग्रेवी बनाने के लिए।
तो दोस्तों आप को यह भी बता दे की कई लोग यह मानते है की मक्के का आटा के भी कहते है परन्तु ऐसा नहीं है क्योंकि मक्के के आटे में और कॉर्नफ्लोर में बहुत अंतर होता है। जिसके बारे में हम आपको बताने वाले है तो कृपया करके इसको अंत तक पढ़े ताकि आप इसके बारे में जान सके।
कॉर्नफ्लोर में और मक्के के आटे में अंतर क्या है | What is the difference between cornflour and Maize flour?
तो दोस्तों अब हम आप सभी को यहाँ पर बताने वाल है की कॉर्नफ्लोर में और मक्के के आटे में क्या अंतर होता है तो यह जानने के लिए आपको हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ना होगा।
आपको यह बता दे की कॉर्नफ्लोर और मक्के का आटा अलग अलग होता है। मक्के के आटे को बनाने के लिए मक्के को सुखाया जाता है और फिर जब वह सूख जाते है तब उनको पीसा जाता है उसी से मक्के का आटा बनता है। जिसको कॉर्नमील फ्लोर भी कहा जाता है।
कॉर्नफ्लोर बनाए के लिए इस्तेमाल तो मक्के का ही किया जाता है लेकिन उसमे मक्के का छिलका उत्तर दिया जाता है और फिर उसके सफ़ेद भाग को पीसा जाता है जिसको स्टार्च भी कहा जाता है। इसलिए कॉर्नफ्लोर को कॉर्नस्टार्च के नाम से भी जाना जाता है। दोस्तों आप सभी को यह भी बता दे की कोन्फ़्लूर में कई पोषक तत्व भी पाए जाते है जिससे शरीर को काफी अच्छी चीजें मिलती है उसके बारे में हम आपको निचे इस लेख में बताएँगे।
Cornflour में क्या पोषक तत्व पाए जाते हैं | What Nutrients Are Found in Cornflour?
तो दोस्तों अब हम आप सभी को यहाँ पर बताने वाले है की कॉर्नफ्लोर में क्या क्या पोषक तत्व पाए जाते है तो यह जानने के लिए इस लेख को पूरा पढ़े
पोषक तत्वों के नाम | कितनी मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते है |
प्रोटीन | 1.1 ग्राम |
एनर्जी | 44 कैलोरीज |
फैट | 0.5 ग्राम |
फॉस्फोरस | 26.7 mg |
फाइबर | 1.2 ग्राम |
कार्बोहाइड्रेट | 9.1 ग्राम |
पोटैशियम | 35.7 mg |
जिंक | 0.22 mg |
विटामिन बी 1 (थियामाइन) | 0.17 mg |
विटामिन बी 2 (राइबोफ्लेविन) | 0.09 mg |
विटामिन बी 3 (नियासिन) | 1.17 mg |
आयरन | 0.86 mg |
मैग्नीशियम | 13.2 mg |
फोलेट विटामिन बी 9 | 27.9 एमसीजी |
कैल्शियम | 16.9 mg |
Cornflour का उपयोग कहा किया जाता है | Uses of Cornflour
तो दोस्तों अब हम आप सभी को बताने वाले है की कार्नफ्लोर का प्रयोग कहाँ कहाँ किया जाता है और किस प्रकार लिया जाता है। तो यह सब जानकारी प्राप्त करने के लिए इस लेख को अंत तक पढ़े ताकि आप भी जान सके की इसका उपयोग कहा और किस तरह किया जाता है।
- कॉर्नफ्लोर का उपयोग बहुत सी चीजें बनाते वक़्त किया जाता है जैसे की अगर कोई व्यक्ति घर में कटलेट बनाता है तो उसके लिए कॉर्नफ्लोर का प्रयोग किया जाता है।
- इसका उपयोग कई प्रकार की चटनी व सॉस बनाने के लिए भी किया जाता है ताकि वो भी अधिक गाढ़े हो सकें।
- इसका प्रयोग कई बार कुछ डीप फ्राई करने के भी काम अत है जैसे अगर कोई चिल्ली पनीर बना रहा हो तो पनीर को फ्राई करने के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है।
- इसका इस्तेमाल किसी सूप या फिर किसी चीज की ग्रेवी बनाने के भी काम आता है ताकि यह उसको गाढ़ा कर सके।
- कॉर्नफ्लोर का प्रयोग चीनी के साथ ऐंटिबॉकिंग सब्सटांस के रूप में किया जाता है इसको अरारोट के बदले आप इसका भी उपयोग कर सकते हो।
- इसका उपयोग बहुत से चाइनीज चीजे बनाए के लिए किया जाता है जैसे की – मंचूरियन, मंचूरियन की ग्रेवी बनाने के लिए भी इसका उपयोग किया जाता है।
- इसका उपयोग कई मीठी चीज बनाने के लिए भी किया जाता है जैसे की – पाई और चॉकलेट के बेस बनाने के लिए भी कॉर्नफ्लोर का प्रयोग किया जाता है।
- केवल खाने के लिए ही नहीं बल्कि इसका उपयोग और भी बहुत सी चीजें बनाने के लिए किया जाता है जैसे की इसको बच्चों के पाउडर में भी मिक्स किया जाता है और एयरबैग बनाए के लिए भी इसका प्रयोग होता है।
- क्योंकि कॉर्नफ्लोर एक स्टिक एजेंट होता है इसलिए इसका उपयोग कई और चीजें बनाने के लिए भी किया जाता है जैसे की – कंडोम, प्लास्टिक ग्लव्स आदि जैसी चीजें।
कॉर्नफ्लोर से लाभ जाने | Benefits of Cornflour
कॉर्नफ्लोर से बहुत से लाभ भी मिलते है जिसके बारे में हम आ- सभी को इस लेख के करिये बताने वाले है जिसके बारे इ हम आप सभी को इस लेख में बताने वाले है तो यह सभी कुछ जानने के लिए इस लेख को पूरा पढ़े।
- आपको यह बता दे की कॉर्नफ्लोर में बिलकुल भी ग्लूटेन नहीं होता है। यह उन लोगो के लिए एक बहुत ही अच्छा विकल्प माना जाता है जो की आटा, मैदा या सूजी जैसी चीजों को स्टॉक करने में असमर्थ हो जाते है।
- जिन लोगो की पाचन क्रिया कमजोर है उन लोगो के लिए यह बहुत ही अच्छी चीज है क्योंकि यह खाना पचने में काम आता है क्योंकि इसमें बहुत से पदार्थ होते है जैसे की – ऐमिलोस, सेल्यूलोस और लिग्निन।
- इंसान के शरीर को प्रोटीन व फाइबर की आवश्यकता होती है और कोन्फ़्लूर में अच्छी मात्रा में प्रोटीन व फाइबर पाया जाता है इसलिए यह उनके लिए फायदेमंद साबित होता है।
- आपको यह भी बता दे की कॉर्नफ्लोर में पॉलीफेनोल्स एंटीओक्सिडेंट भी पाया जाता है जो की इंसानी शरीर में सूजन कम करने के काम आता है।
कॉर्नफ्लोर के नुक्सान जाने | Disadvantages of Cornflour
तो दोस्तों आप सभी यह तो जानते ही होंगे की अगर किसी चीज के लाभ होते है तो हर किसी चीज के नुकसान भी होते है आज हम यहाँ पर आप सभी को कॉर्नफ्लोर के कुछ नुक्सान के बारे में बताने वाले है तो कृपया ध्यान से पढ़े।
- आप सभी को यह बता दे की कॉर्नफ्लोर अधिक उपयोग करने आपके शरीर में एलडीएल की मात्रा बढ़ जाती है जिससे आपका कोलेस्ट्रॉल भी बढ़ जाता है। इससे आपके शरीर में ह्रदय सम्बंधित बीमारी भी हो सकती है।
- अगर यह आपके शरीर में ऑक्सीडाइज्ड हो जाता है तो यह एथेरोस्क्लेरोसिस का कारण भी बन सकता है। जो की हानिकारक भी हो सकता है।
- अगर कोई इसको जेनेटिकली इस्तेमाल करता है तो जो भी पोषक तत्व इसमें पाए जाते वह काफी हद तक अवशोषण की प्रक्रिया को प्रभावित करते है।
- इसमें काफी हद तक फ़ाइटिक एसिड पाया जाता है जो की शरीर के आवश्यक तत्वों को अवशोषित करने की प्रक्रिया में रोकता है। इसलिए भी यह हानिकारक साबित होता है।
कॉर्नफ्लोर से सम्बंधित कुछ प्रश्न उत्तर
जी नहीं कॉर्नफ्लोर और मकई का आटा दोनों अलग अलग चीज होता है।
कॉर्नफ्लोर का प्रयोग आइसक्रीम को बनाने के लिए भी किया जाता है।
जी नहीं , कॉर्नफ्लोर में ग्लूटेन नहीं पाया जाता है।
अधिक कॉर्नफ्लोर का प्रयोग करने से बहुत सी खतरनाक बीमारी हो सकती है जैसे की – कैंसर, फैटी लीवर, हाई कोलेस्ट्रॉल और डायबिटीज जैसी बीमारयां हो सकती है।