कंपनी को रजिस्टर कैसे करे? | कंपनी के प्रकार व क्या काम करती है? Company registration करने की प्रक्रिया ?

ज्यादातर लोगो की इच्छा होती है कि वह अपना कुछ काम शुरू करे जिससे वह अपनी जरूरतों और शौक को पूरा कर सके। सभी का सपना होता है कि उनकी जिंगदी में सारे ऐशो आराम हो और वो तमाम सुविधा उनके पास मौजूद हो जो जीवन को सरल बनाती हो। अपने सपने को पूरा करने के लिए कोई न कोई काम करना आवश्यक है यदि आप भी कोई कंपनी खोलना चाहते है लेकिन आप कंपनी के विषय में ज्यादा कुछ नहीं जानते तो आज हम आपको बतायेगे कंपनी को रजिस्टर कैसे करे? | कंपनी के प्रकार व क्या काम करती है? Company registration करने की प्रक्रिया ? और जानेगे कंपनी से जुडी सभी आवश्यक बाते। अगर आप भी अपना कारोबार शुरू करना चाहते है और जानना चाहते है कि कंपनी को रजिस्टर कैसे करे? तो हमारे इस आर्टिकल को पूरा पढ़े।

कंपनी को रजिस्टर कैसे करे? |
कंपनी को रजिस्टर कैसे करे? | कंपनी के प्रकार व क्या काम करती है?

यह भी देखे :- विकिपीडिया किस देश की कंपनी है

Article Contents

यहाँ भी देखें -->> क्विज खेलकर इनाम कमाएं

कंपनी के कार्य

कंपनी वह होती है जो कुछ प्रशिक्षित लोगो से मिलकर बनी होती है। जिसका उपयोग विभिन्न प्रकार के सामान बेचने, खरीदने के लिए किया जाता है या सेवाओं को उपलब्ध कराने के लिए किया जाता है। जब कुछ लोग मिलकर किसी संगठन को चलाते है तो वो कंपनी बन जाती है। शेयरधारकों द्वारा वस्तुओ को बेचने, खरीदने के लिए या सेवाओं के आदान-प्रदान के लिए कंपनी का निर्माण किया जाता है। कंपनी में उत्पाद बढ़ाने के लिए कंपनी के स्वामित्व को श्रमिको की आवश्यकता होती, जिसके बदले उन्हें रोजगार दिया जाता है। कुछ कम्पनिया लाभकारी संगठन से जुडी होती है कुछ गैर-लाभकारी संगठन से जुडी होती है। कंपनी के पास बहुत से अधिकार है जैसे कि कोई कंपनी किसी और कंपनी के भी शेयर खरीद कर अपने नाम से बेच सकती है। कंपनी के लिए कानून ने कुछ कड़े नियम भी बनाए है जिनका सभी कंपनियों को पालन करना होता है यदि कोई नियमो का उल्लंघन करता है तो उसको दंडित किया जाता है।

कंपनी के प्रकार

निजी कंपनी (Private Limited Company)

  • निजी कंपनी निजी लोगो के स्वामित्व वाली कंपनी होती है। कंपनी अधिनियम 2013 के अनुसार निजी कंपनी की स्थापना करने हेतु या पंजीकरण हेतु कम से कम सदस्यों की संख्या 2 तथा अधिकतम लोगो की संख्या 200 होनी चाहिए। इन कंपनियों को अपनी कंपनी के नाम के आगे private limited company लिखना अनिवार्य होता है। निजी कंपनी ऐसी कंपनी होती है जो स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध नहीं होती। इसका मालिकाना हक़ इस कंपनी के मालिक के पास ही होता है

सार्वजनिक कंपनी (Public Limited Company)

  • सार्वजनिक कंपनी न्यूनतम 7 सदस्यों द्वारा बनाई जाती है, इस कंपनी में अधिकतम सदस्यों की कोई सीमा नहीं होती। सार्वजनिक कंपनी को अपने शेयर स्वतंत्र रूप से बेचने और खरीदने की छूट होती है। सार्वजनिक कंपनी स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध होती है। सार्वजनिक कंपनी की सहायक कंपनी को भी सार्वजनिक कंपनी ही माना जायेगा। सार्वजनिक कंपनी स्थापना प्रमाण पत्र प्राप्त करने के बाद ही अपनी कंपनी स्टार्ट कर सकती है। इस कंपनी में कम से कम 3 निदेशक होने चाहिए।

एकल व्यक्ति कंपनी (One Person Company)

  • एकल कंपनी केवल एक शेयरधारक द्वारा बनाई जाती है। एकल व्यक्ति कंपनी(OPC) और एकल स्वामित्व में बहुत भिन्नता है और उन्हें कानूनी रूप से भी भिन्न-भिन्न माना जाता है। कंपनी अधिनियम 2013 लागू होने से पहले एक व्यक्ति कंपनी को स्थापित करने के लिए असक्षम था लेकिन कंपनी अधिनियम 2013 लागू होने के बाद से अब एक व्यक्ति भी कंपनी स्थापित कर सकता है।

साझेदारी कंपनी (Limited Liability Partnership)

  • ऐसी कंपनी जिसे आरम्भ करने के लिए साझेदारी की जाती है तथा जिसको चलाने के लिए 2 या उससे ज्यादा लोग साझेदारी करके कंपनी की नीव रखते है और उन सबका उस पर मालिकाना हक़ होता है उसको साझेदारी कंपनी कहते है।

कंपनी को रजिस्टर करना आवश्यक क्यों है ?

किसी भी कंपनी को सुचारु रूप से चलाने के लिए रजिस्टर करवाना आवश्यक है आइये जानते है कंपनी को रजिस्टर करने के आवश्यक और फायदेमंद तत्व

  • किसी भी कंपनी को चलाने के लिए पंजीकरण बेहद आवश्यक है क्यूंकि ये कंपनी को एक मुख्य पहचान देता है।
  • जब कंपनी कानूनी रूप से पंजीकृत हो जाती है तो उपभोग्ताओ को विश्वास दिलाने के लिए सक्षम हो पाती है।
  • कानूनी रूप से पंजीकरण कराने पर आपकी कंपनी को एक कानूनी नाम और पहचान प्राप्त होती है।
  • आप व्यक्तिगत दायित्व से बच सकते है।
  • कंपनी मे निवेशक के लिए या बैंक से लोन लेने के लिए आपकी कंपनी रजिस्टर होनी चाहिए।
  • व्यापार को लम्बे समय तक चलाने के लिए कंपनी का रजिस्टर होना आवश्यक है।
  • किसी भी कंपनी का रजिस्ट्रेशन आपके भविष्य के लिए काम आता है इसलिए आपको कंपनी का रजिस्ट्रेशन आवश्य करवा लेना चाहिए।

कंपनी रजिस्टर करने के लिए आवश्यक दस्तावेज

  • सभी डायरेक्टर का निवास प्रमाण पत्र
  • सभी डायरेक्टर का पहचान पत्र
  • सभी डायरेक्टर का पैन कार्ड
  • यदि आपने कंपनी के लिए जमीन खरीदी है तो उसके कागज़
  • किराये पर जमीन ली है तो जमीन के मालिक द्वारा No Objecton Certificate (NOC)
  • ऑफिस का रेंट एग्रीमेंट
  • रजिस्टरकर्ता की ईमेल आईडी और पहचान पत्र।
  • मालिकाना हक़ रखने वाले व्यक्ति के बैंक स्टेटमेंट और यूटिलिटी बिल
  • मोबाइल नंबर
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • डिजिटल सिग्नेचर

यह भी पढ़े :- Digital Signature क्या है

कंपनी को रजिस्टर कैसे करे? कंपनी को रजिस्टर करने की प्रक्रिया

DIN बनवाये

  • कंपनी को रजिस्टर कैसे करे? इस प्रक्रिया में सबसे पहले DIN बनवाना होता है। भातरीय कंपनी अधिनियम के तहत जब आप कंपनी रजिस्टर करते हो तो आपको एक 8 अंको का नंबर जारी किया जाता है जो DIN(DIRECTOR IDENTIFICATION NUMBER ) मिनिस्टरी ऑफ़ कॉर्पोरेट अफेयर्स द्वारा जारी किये जाने वाला एक यूनिक कोड होता है। जो आदमी प्रबंधक बनना चाहता है ये कोड उसकी पहचान होती है। DIN के लिए आप MCA (Ministry of Company Affairs) की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अप्लाई कर सकते हो। जिसका शुल्क 100 रूपए है। DIN के लिए अप्लाई करने के बाद 1 दिन में कंपनी का DIN जारी कर दिया जायेगा। कंपनी के सभी डायरेक्टर के लिए DIN जरुरी होता है।

डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट

  • कंपनी रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया और आपकी कंपनी के सभी कामो को सुरक्षित रखने के लिए आपको डिजिटल सिग्नेचर की जरुरत होती है।

कंपनी रजिस्ट्रेशन के लिए उचित नाम का चुनाव

  • यदि उद्यमी का चुना हुआ नाम पहले से ही किसी और कंपनी का है तो यह नाम स्वीकार्य नहीं होगा। अपनी कंपनी का ऐसा नाम रखे जो किसी और कंपनी का ना हो। नाम का चुनाव करते समय उद्यमी को MCA पोर्टल पर चेक कर लेना चाहिए क़ि उसके द्वारा सोचा गया नाम पहले से किसी और कंपनी का ना हो। नाम का उचित चुनाव करने के बाद उद्यमी को नाम के रजिस्ट्रेशन के लिए form INC 1 भरना होगा। ये फार्म आपको MCA के पोर्टल पर मिल जाएगा। बिज़नेस नाम approve होने के बाद उद्यमी के बिज़नेस का नाम सिक्योर हो जाता, जिसका अर्थ है के अब इस नाम से कोई अपनी कंपनी रजिस्टर नहीं कर सकता। यदि रजिस्टर्ड नाम से कोई और व्यक्ति बिज़नेस करता है तो रजिस्टर्ड बिसनेस का मालिक उस पर कानूनी रूप से केस कर सकता है।

MoA और AoA ड्राफ्ट करे।

  • Memorandum of Association और Article of Association ये दोनों डाक्यूमेंट्स कंपनी रजिस्टर करने के लिए महत्वपूर्ण होते है। इसमें कंपनी के अंदर लागू किये जाने वाले नियमो का उल्लेख करना होता है। इस प्रकार के दस्तावेजों को किसी वकील या Charted Accountant (CA) द्वारा ही बनवाया जाता है। इसमें लिखित नियम कंपनी अधिनियम 2015 के तहत होने चाहिए।

ऑनलाइन आवेदन

  • अब रजिस्ट्रेशन के लिए आपको MCA के पोर्टल पर जाकर incorporation फॉर्म भर कर सबमिट करना होगा। यदि आप एकल व्यक्ति कंपनी (OPC) के लिए रजिस्ट्रेशन करना चाहते हो तो आपको e-form INC-2 भरना होगा या अन्य किसी प्रकार की कंपनी के लिए रजिस्ट्रेशन करना चाहते हो तो e-form INC-7 भरा जाएगा।

स्टाम्प ड्यूटी

  • ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरते वक़्त E-stamp duty pay करनी होती है। फार्म भरते वक़्त उद्यमी को pay stamp duty through MCA21 विकल्प का चुनाव करना चाहिए और ऑनलाइन माध्यम से स्टाम्प ड्यूटी फीस का भुगतान करना चाहिए। स्टाम्प ड्यूटी राज्यों के आधार पर अलग-अलग होती है। इस प्रोसेस को पूरा करने के लिए 2 चालान पर लिखित stamp duty pay करनी होती है। चालान जेनेरेट होने के बाद और स्टाम्प ड्यूटी का भुगतान होने के बाद राज्य के द्वार उन फॉर्म और दस्तावेजों की जांच की जाती है यदि दस्तावेज में कोई त्रुटि पायी जाती है तो वापस भेज दिया जाता है जिसके बाद आपको दस्तावेजों को ठीक करके दोबारा सबमिट करना पड़ता है।

Incorporation Certificate

  • आपके उपर्युक्त सभी काम होने के बाद ROC आपके डाक्यूमेंट्स को वेरीफाई करता है। वेरीफाई करने में ROC को 2 दिन का समय लगता है और उद्यमी के ईमेल पर Incorporation Certificate आने में एक हफ्ते का समय लगता है। इस प्रकार आपको कंपनी रजिस्टर हो जाएगी।

पैट और टैट के लिए अप्लाई

  • जब कंपनी का पंजीकरण पूरा हो चूका होता है तो उद्यमी को कंपनी के नाम का पैन कार्ड बनवाना होता है। जब बिज़नेस स्टार्ट होता है तो कर्मचारियों की भी आवश्यकता होती है और उनको वेतन भी देना होता है वेतन income tax के दायरे में आता है तो उद्यमी को वेतन में से TDS भी काटना पड़ेगा इसलिए उद्यमी को TAN कार्ड के लिए भी अप्लाई करना होता है।

यह भी जाने :- उद्योग आधार रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन आवेदन

कंपनी को रजिस्टर कैसे करे से सम्बंधित कुछ प्रश्न व उनके उत्तर

कंपनी रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया में कितना समय लगता है ?

कंपनी रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया में लगभग 16 से 22 दिनों का समय लगता है।

कंपनी कितने प्रकार की होती है ?

कंपनी 4 प्रकार की होती है।

कंपनी ऑनलाइन रजिस्टर करने के ऑफिसियल वेबसाइट क्या है ?

कंपनी ऑनलाइन रजिस्टर करने के ऑफिसियल वेबसाइट www.mca.gov.in है।

OPC की फुल फॉर्म क्या है ?

ONE PERSON COMPANY OPC का विस्तार रूप है।

Leave a Comment

Join Telegram