आप सभी यह तो जानते होंगे की कुछ ही दिनों में होली का त्यौहार आने वाला है। जो की देशभर में बड़े ही प्रेम के साथ मनाया जाता है। आप सभी यह भी जानते होंगे की हमारा भारत देश काफी विशाल देश है। जहाँ हर त्यौहार अलग अलग तरीके से मनाये जाते है। लेकिन बात अगर होली की हो तो हम ब्रज की होली को कैसे भूल सकते है। क्योंकि ब्रज की होली विश्वभर में मशहूर है। होली के समय में ब्रज में लोग देश विदेश से केवल होली खेलने के लिए यहाँ पर आते है। क्योंकि यहाँ पर होली खेलने के बहुत अनोखे तरीके भी होते है। इसके साथ साथ आपको बतादे की ब्रज में होली कई प्रकार से मनाई जाती है। तो दोस्तों क्या आप यह जानते है की आखिर ब्रज में होली कितने प्रकार से मनाई जाती है? अगर आप इसके बारे में नहीं जानते है और इस बारे में जानने के इच्छुक है।
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तो आज हम आप सभी को यहाँ पर ब्रज की होली के बारे में बहुत सी जानकारी प्रदान करने वाले है। जैसे की – ब्रज में होली कितने प्रकार से मनाई जाती है? जाने ब्रज के बरसाने, वृंदावन, नंदगांव, गोकुल, मथुरा की होली के बारे में आदि से जुडी जानकारी। तो दोस्तों अगर आप भी ब्रज की होली के प्रकार जानना चाहते है तो उसके लिए हमने यहाँ पर जानकारी प्रदान की हुई है। तो दोस्तों अगर आप भी इसके बारे में जानना चाहते है। तो उसके लिए आप को हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ना होगा। तब ही आप इस बारे में जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
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Article Contents
मथुरा व वृन्दावन में होली की शुरुआत कब से होती है ?
दोस्तों जैसा की आप सभी जानते है की देशभर में होली दुल्हैंडी (बड़ी होली) के दिन मनाई जाती है। लेकिन मथुरा में ऐसा नहीं होता है। मथुरा में होली होली के कुछ दिन पहले ही नहीं बल्कि एक महीने पूर्व मनानी शुरू हो जाती है। देश के कई स्थानों पर होली केवल रंगों से मनाई जाती है। लेकिन मथुरा व वृन्दावन में होली कई प्रकार से मनाई जाती है। जैसे की – लठमार होली, फूलों की होली आदि कई प्रकार से मनाई जाती है। दोस्तों अगर आप भी इसके बारे में विस्तारपूर्वक जानना चाहते है। तो आपको बतादे की यहाँ पर हमने ब्रज की होली के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी साझा की हुई है। इसलिए दोस्तों कृपया करके हमारे लेख को अंत तक पढ़े व जानकारी प्राप्त करें।
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ब्रज में होली कितने प्रकार से मनाई जाती है?
आपको यह बतादे की ब्रज मथुरा का ही एक क्षेत्र है। जहाँ पर होली बड़े ही धूम धाम से मनाई जाती है। यहाँ पर कई प्रकार से होली मनाते है। जिसके लिए पहले से ही उत्सवों के कैलेंडर निकाल दिए जाते है। जिसके बारे में हम आप सभी को यहाँ पर जानकारी प्रदान करने वाले है।
1. बरसाने की लड्डू होली | Barsane Ki Laddu Mar Holi
जी हाँ दोस्तों मथुरा के एक क्षेत्र में यानि के बरसाने के प्रसिद्ध मंदिर श्रीजी मंदिर में लड्डुओं से होली खेली जाती है। इस दौरान सभी भक्तों के ऊपर लड्डुओं को बारिश सी कर दी जाती है। उसके बाद अधिकतर भक्त उन लड्डुओं को पकड़ते है। जिसके बाद कोई उन लड्डुओं को प्रसाद तौर खा लेते है। वही कुछ भक्त उन लड्डुओं को संभाल कर रखते है।
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2. बरसाने की लट्ठमार होली | Barsane Ki Lathmar Holi
बरसाने की लठमार होली न केवल भारत में बल्कि यह होली विश्वभर में काफी मशहूर है। माना यह जाता है की द्वापरयुग में जब कन्हैया यानि के स्वयं भगवान श्री कृष्ण नंदगांव में निवास करते थे उस समय के पुरुष बरसाने की महिलाओं के साथ होली खेलते थे। फिर वहां की महिलायें उनपर लठ (बांस के डंडे) से मारती थी। तब ही से आजतक यहाँ पर इस प्रकार की होली खेली जाती है। आपको बतादे की उन पुरुषों को हुरियारे नाम से पुकारा जाता है। इसके साथ साथ इस प्रकार की होली नंदगांव व गोकुल में भी मनाई जाती है। जिनको छड़ीमार होली के नाम से भी जाना जाता है।
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3. वृंदावन की फूलों की होली | Vrindavan Ki fool Holi
आपको बतादे की वृन्दावन भी मथुरा का ही एक क्षेत्र है। जहाँ पर फूलों से होली खेली जाती है। जो की विश्वप्रसिद्ध है। यहाँ पर लाखों की संख्या में लोग होली खेलने दूर दूर से आते है। फूलों की होली में सभी भक्तों के ऊपर चारों तरफ से फूलों की बरसात की जाती है। जिसके बाद लोग उन फूलों से होली खेलते है। इस प्रकार की होली उन लोगो को अधिकतर पसंद आती है। जिन लोगो को रंगों से एलर्जी जैसी समस्या हो। यह ही नहीं बल्कि आज के समय में इस प्रकार की होली देश के कई हिस्सों में मनाई जाती है।
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4. बांके बिहारी मंदिर की रंगभरनी एकादशी | Rangbhari Ekadashi Banke Bihari Mandir
दोस्तों इस प्रकार की होली मथुरा के बांके बिहारी मंदिर में खेली जाती है। बांके बिहारी मंदिर यहाँ का मुख्य मंदिर भी माना जाता है। यहाँ की इस होली का आयोजन रंगभरनी एकादशी के दिन होता है। इस दिन यहाँ पर लाखों की संख्या में कृष्ण भक्त होली खेलने के लिए आते है। इस दिन बांके बिहारी जी के मंदिर में रंगों से होली खेली जाती है। इस दिन को आपको हवा में रंगों की खुसबू व रंगों के बादल भी देखने को मिलेंगे। उसके साथ साथ लोग बहुत से रंगों को आसमान में फेकते है जिससे वह रंग अधिकतर लोगो पर पढता है। जिससे लोग काफी खुस होते है। आप सभी को भी यहाँ की होली में सम्मिलित होना चाहिए
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वृज की होली से सम्बंधित कुछ प्रश्न व उत्तर
बरसाने की लड्डू होली बरसाने के प्रसिद्ध मंदिर श्रीजी मंदिर में खेली जाती है।
फूलों की होली वृन्दावन में खेली जाती है।
लठमार होली के दिन महिलायें कुछ पुरुषों पर लठ से मारती है। उन पुरुषो को हुरियारे के नाम से जाना जाता है।
मथुरा में श्री कृष्ण भगवान का बांके बिहारी मंदिर को मुख्य मंदिर माना जाता है।