जानिए भोपाल गैस त्रासदी क्या थी और इसके लिए कौन जिम्मेदार था? Bhopal Gas Tragedy History

2 दिसंबर 1984 की रात मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के निवासियों के लिए काली रात साबित हुयी। रात को अपने घरो में सोने की तैयारी कर रहे हजारों लोगो को यह अंदाजा भी नहीं था की यह रात उनकी आखिरी रात होने वाली है। 2-3 दिसंबर, 1984 को भोपाल की हवा में यूनियन कार्बाईड इंडिया लिमिटेड कंपनी की फैक्ट्री से घुली जहरीली गैस मिथाईल आइसोसाइनेट ने प्रदेश के हजारों निर्दोष लोगों की जान ले ली थी। दुनिया की सबसे बड़ी औद्योगिक त्रासदी के रूप में प्रचलित भोपाल गैस त्रासदी ने प्रदेश के कई मासूमों की साँसे छीन ली थी।

इस हादसे को 38 साल होने को है परन्तु आज भी इस हादसे को याद करके प्रत्यक्षदर्शियों के रोंगटे खड़े हो जाते है। आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको बताने वाले है की देश की सबसे बड़ी औद्योगिक त्रासदी भोपाल गैस त्रासदी क्या थी और इसके लिए कौन जिम्मेदार था? (Bhopal Gas Tragedy History)

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जानिए भोपाल गैस त्रासदी क्या थी और इसके लिए कौन जिम्मेदार था?
Bhopal Gas Tragedy History

साथ ही इस आर्टिकल के माध्यम से आपको इस भयावह त्रासदी के अन्य पहुलओं के बारे में भी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की जाएगी।

भोपाल गैस त्रासदी क्या थी ?

भोपाल गैस त्रासदी को देश ही नहीं अपितु दुनिया की सबसे बड़ी औद्योगिक त्रासदी के रूप में गिना जाता है जिसके कारण हजारो लोगो को काल-कलवित होना पड़ा था। 2 दिसंबर 1984 की रात को मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में यूनियन कार्बाईड इंडिया लिमिटेड नामक कंपनी की कीटनाशक फैक्ट्री से जानलेवा मिथाईल आइसोसाइनेट गैस का रिसाव हुआ था।

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इस हादसे के कारण भोपाल में मध्य रात्रि में ही हजारो लोगों की जान चली गयी थी। इस हादसे का सबसे दुखद पहलू यह था की इसके कारण सबसे अधिक मासूम बच्चों को मृत्यु हुयी थी। इस हादसे ने 2-3 दिसंबर, 1984 को मात्र दो दिनों में ही प्रदेश में हजारो जिन्दगियां लील ली गयी। बाद के वर्षो में जहरीली गैस के असर के कारण हजारों लोगो को विकलांगो की भांति जीवन यापन करना पड़ा था जिनमे अनेक लोग गंभीर शारीरिक एवं मानसिक व्याधियों से ग्रस्त हो गए थे।

भोपाल गैस त्रासदी कब हुयी ?

भोपाल गैस त्रासदी 2 दिसंबर 1984 की रात को मध्यप्रदेश के भोपाल में घटित हुयी थी। इसका घटना के कारण भोपाल में हजारों लोगो की जान गयी थी। इस घटना में अनेक लोगों को अपनी जान गवाँनी पड़ी थी वही इसके कारण आज भी प्रदेश में कई लोग दिव्यांगों की भांति जीवन जीने को मजबूर है।

भोपाल गैस त्रासदी, क्या था कारण

2-3 दिसंबर, 1984 को यूनियन कार्बाईड इंडिया लिमिटेड कंपनी की फैक्ट्री से जहरीली गैस मिथाईल आइसोसाइनेट का रिसाव होने के कारण भोपाल में लाखों लोगो की जान चली चली गयी। यूनियन कार्बाईड इंडिया लिमिटेड कंपनी जो की यूनियन कार्बाइड कॉर्पोरेशन की भारत में स्थित कीटनाशक इकाई थी को वर्ष 1969 में स्थापित किया गया था।

इसके द्वारा भोपाल में ‘सेविन नामक कीटनाशक बनाने के लिए एक उत्पादन इकाई 1979 में स्थापित की गयी थी। इस प्लांट के द्वारा मुख्यत कीटनाशको का उत्पादन किया जाता था।

2 दिसंबर 1984 की रात यूनियन कार्बाईड इंडिया लिमिटेड कंपनी के भोपाल प्लांट में स्थित टैंक E610 में विस्फोट होने के कारण इस प्लांट से जहरीली गैसों का रिसाव हुआ था जिसके कारण भोपाल के निवासियों का दम घुटने लगा।

टैंक E610 में विस्फोट होने का मुख्य कारण पुराने पाइप के कारण पानी का टैंक में घुसना एवं इससे हुयी रासायनिक क्रिया के कारण टैंक पर दबाव पड़ना था जिसके कारण टैंक में विस्फोट होने के कारण 40 मीट्रिक टन एमआईसी का हवा में मिश्रण हो गया एवं हजारों लोगो को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा।

भोपाल गैस त्रासदी लीक गैस

भोपाल गैस त्रासदी यूनियन कार्बाईड इंडिया लिमिटेड कंपनी की फैक्ट्री में स्टोर करके रखी गयी एमआईसी या मिथाईल आइसोसाइनेट (methyl isocyanate) के कारण हुआ था। भोपाल गैस कांड में मुख्य जहरीली गैस मिथाईल आइसोसाइनेट (methyl isocyanate) थी। साथ ही फैक्ट्री में नाइट्रोजन ऑक्साइड, हाइड्रोजन क्लोराइड, कार्बन डाइऑक्साइड, हाइड्रोजन सायनाइड, मोनोमेथलमीन, कार्बन मोनोक्साइड एवं फॉसजीन गैस का भी रिसाव हुआ था।

भोपाल गैस त्रासदी में हताहत

भोपाल गैस त्रासदी के कारण भोपाल में यूनियन कार्बाईड इंडिया लिमिटेड कंपनी की फैक्ट्री के आसपास के सभी इलाके चपेट में आ गए थे जिसके कारण हजारों लोगो की जान चली गयी। अधिकारिक तौर पर इस त्रासदी में 2,259 लोगो के मरने की बात की गयी थी जबकि तत्कालीन मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार द्वारा 3,787 लोगो के हताहत होने की रिपोर्ट दी गयी थी।

वही अन्य संस्थानों के द्वारा इस हादसे में 8000 से भी अधिक लोगों के मारे जाने के बारे में कहा गया था। इस हादसे के कारण अधिकतर बुजुर्गो एवं मासूमों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था।

कौन है भोपाल गैस त्रासदी का जिम्मेदार

भोपाल गैस त्रासदी के लिए जिम्मेदार ठहराए जाने के सवाल पर वर्षो बाद भी ना तो सरकार के पास और ना ही इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों के पास कोई जवाब है। अधिकतर रिपोर्ट में इस घटना के लिए यूनियन कार्बाइड कॉर्पोरेशन के मालिक वारेन एंडरसन (Warren Anderson) को माना जाता है। कंपनी द्वारा ना तो वर्कर की सेफ्टी के लिए कोई उपाय किए गए थे और ना ही फैक्ट्री में जहरीली गैसों के रखरखाव के लिए उचित उपाय।

इस हादसे का कारण टैंक E610 में पानी घुसना रहा जो की जंग लगे पाइप्स के कारण हुआ था। इसके लिए भी कंपनी के उच्चाधिकारियों एवं पूंजीधारियों की लापरवाही रही जिससे की फैक्ट्री में सुरक्षा के उपाय नहीं किए गए। साथ ही कई रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया गया था की भोपाल गैस त्रासदी के मुख्य आरोपी वारेन एंडरसन को तत्कालीन प्रधानमन्त्री राजीव गाँधी के निर्देश पर राज्य सरकार द्वारा देश से बाहर भेज दिया गया।

भोपाल गैस त्रासदी देश के इतिहास के सबसे काले अध्यायों में से एक है जिसके लिए सरकार एवं उच्चाधिकारियों की उदासीनता एवं लापरवाही जिम्मेदार रही। इस हादसे में सरकारी तंत्र की विफलता के कारण हजारों निर्दोष लोगो को अपनी जान गवाँनी पड़ी थे जो आज भी न्याय के इन्तजार में है।

भोपाल गैस त्रासदी सम्बंधित अकसर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

भोपाल गैस त्रासदी क्या थी ?

भोपाल गैस त्रासदी वर्ष 1984 में घटित देश की सबसे बड़ी औद्योगिक त्रासदी थी जिसके कारण भोपाल में हजारो लोगों को अपनी जान गवांनी पड़ी थी।

भोपाल गैस काण्ड कब हुआ था ?

भोपाल गैस काण्ड 2-3 दिसंबर, 1984 की मध्यरात्रि को हुआ था।

भोपाल गैस काण्ड किस गैस के लीक होने के कारण हुआ था ?

भोपाल गैस काण्ड मिथाईल आइसोसाइनेट (methyl isocyanate) गैस लीक होने के कारण हुआ था।

भोपाल गैस काण्ड किस कंपनी की फैक्ट्री में हुआ ?

भोपाल गैस काण्ड कीटनाशक निर्माता यूनियन कार्बाईड इंडिया लिमिटेड कंपनी की फैक्ट्री में हुआ था।

भोपाल गैस काण्ड में का क्या कारण था?

भोपाल गैस काण्ड यूनियन कार्बाईड इंडिया लिमिटेड कंपनी की फैक्ट्री में टैंक E610 में विस्फोट होने के कारण हुआ।

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