भारत क्षेत्रफल की दृष्टि से दुनिया का सबसे बड़ा सातवा देश है और जनसँख्या की दृष्टि से विश्व का दूसरा सबसे बड़ा देश है। भारत एक विविध धर्मो वाला देश है, जिसकी विशेषता विभिन्न प्रथाएं और विश्वास है। भारत की अपनी एक संस्कृति है। हिन्दू धर्म का इतिहस सबसे प्राचीन है। इस धर्म को वेदकाल से भी पुराना माना जाता है। हिन्दू धर्म के सर्वपूज्य ग्रन्थ है वेद। हिन्दू धर्म एक सनातन धर्म माना जाता है। क्या आप जानते है भारत में हिन्दुओं की जनसँख्या कितनी है | What is the population of Hindus in India? यदि नहीं, तो आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बतायेगे की भारत में हिन्दुओ की जनसँख्या कितनी है।
यह भी जाने :- भारत की जनसंख्या कितनी है
हिन्दू धर्म
अगर हिन्दू धर्म के संस्थापक की बात की जाये तो शास्त्रों के अनुसार हिन्दू धर्म मनुष्यो का ही नहीं बल्कि देवताओ का भी धर्म है। ब्रह्माण्ड में ईश्वर इसका स्त्रोत है। इसलिए हिन्दू धर्म ईश्वर का धर्म है। जिसको मानव कल्याण के लिए धरती पर लाया गया था। इस प्रकार देखा जाये तो हिन्दू धर्म किसी इंसान के द्वारा नहीं बल्कि स्वयं भगवान ब्रह्मा द्वारा स्थापित किया गया है। इसके पहले शिक्षक ब्रह्मा, विष्णु और शिव थे। ब्रह्मा जी ने ऋषियों को ज्ञान दिया जिनको ऋषियों ने वेदो में लिखा। और वेदो के अनुसार ही हिन्दू धर्म के लोग अपने धर्म का अनुसरण करते है। वेदो की संरचना किसी एक काल में नहीं हुई थी वेदो का आरम्भ 1500 ईस्वी पूर्व माना जाता है। वेदो की संख्या चार है ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद, अथर्ववेद। मान्यता के अनुसार श्री कृष्ण के समय वेद व्यास जी ने वेदो को लिपिबद्ध किया था। और तभी से वेदो के अनुसार हिन्दू धर्म चला आ रहा है। हिन्दू धर्म पृथ्वी का सबसे पहला धर्म भी है।
यह भी जानिए :- दुनिया की जनसंख्या कितनी है 2023
भारत में हिन्दुओं की जनसँख्या कितनी है
भारत में जनगणना प्रत्येक 10 वर्षो बाद की जाती है। भारत में सबसे पहले जनगणना 1951 में की गयी थी और आखरी जनगणना 2011 में की गयी थी। जिसके बाद भारत की आबादी का अनुमान लगाया जाता है। 2011 की जनगणना के अनुसार भारत की कुल जनसँख्या 121 करोड़ थी जिसमे से 96 करोड़ 63 लाख हिंदुओ थे। जनगणना के अलावा भी कुछ ऐसी संस्थाए भी है जो समय समय पर जनसँख्या का अनुमान लगती रहती है जैसे वर्ल्डमीटर जिनके अनुसार वर्तमान में जनसख्या का अनुमान लगाया गया है। और वर्तमान में हमारे भारत की कुल जनसँख्या 139 करोड़ है। वर्ल्ड मीटर के लगाए अनुमान के अनुसार ही भारत में हिन्दुओ की जनसँख्या ज्ञात की गयी है।
भारत देश में रहने वाले सबसे ज्यादा लोग हिन्दू समुदाय के है। हिन्दू धर्म भारत का सबसे बड़ा और मूल धार्मिक समूह है। भारत में रहने वाले मूल निवासियों में 79.8 % लोग हिन्दू धर्म से है। मुसलमान भारत की कुल आबादी का 14.2% हिस्सा है। 1.7 सिख धर्म के लोग है। ईसाई धर्म के 2.3 % लोग है। 0 .7% लोग बौद्ध धर्म के है। जैन धर्म में 0.3% लोग है। बाकी बचे 1% लोग अन्य धर्म से जुड़े है या किसी भी धर्म को नहीं मानते। है। दुनिया के 94% हिन्दू भारत में ही निवास करते है। अध्ययन के अनुसार भारत में ऐसे लोगो की संख्या बेहद कम है जो खुद को किसी भी धर्म से जुड़ा नहीं बताते। यदि दुनिया के सबसे ज्यादा आबादी वाले देश की तुलना में देखा जाये तो दुनिया के आधे बौद्ध चीन में निवास करते है। लेकिन सबसे ज्यादा जनसँख्या वाला देश होने के बाद भी वहा दुनिया के किसी भी धर्म के 90% लोग नहीं रहते। चीन में उन लोगो की भी संख्या अच्छी-खासी है जो खुद को किसी धर्म से जुड़ा नहीं बताते।
यह भी पढ़े :- हिन्दू नव वर्ष कब व क्यों मनाया जाता है
भारत में बढ़ती आबादी
जैसा की आप सबको पता ही है भारत की आबादी लगातार बढ़ती ही जा रही है। यदि भारत की जनसँख्या इसी तरह बढ़ती रही तो विशेषज्ञो का कहना है कि वो दिन दूर नहीं जब भारत चीन को भी जनसँख्या के मामले में पीछे छोड़ देगा। अगर हम बात करे पिछले 10 साल में भारत की वृद्धि की तो भारत की आबादी 17.64% बढ़ी है। और उससे पहले की जनगणना के अनुसार 21.41 % बढ़ी थी तो देखा जाये तो इस बार आबादी वृद्धि में गिरावट आयी है। इसके पीछे का कारण लोगो में जनसँख्या वृद्धि को लेकर जागरूक होना है। भारत में हिन्दुओ की जनसँख्या 79.8% है। भारत का सबसे ज्यादा आबादी वाला राज्य उत्तर प्रदेश है।
भारत में हिन्दुओ की जनसँख्या से जुड़े कुछ प्रश्न-उत्तर
दुनिया का सबसे पुराना धर्म हिन्दू धर्म है।
भारत के सबसे ज्यादा हिन्दू धर्म के लोग रहते है।
विश्व में जनसँख्या की दृष्टि से भारत का दूसरा स्थान है।
भारत की जनसँख्या 139 करोड़ है।
भारत का महाराष्ट्र राज्य जनसँख्या की दृष्टि से दूसरे नंबर पर है।
भारत में 2021 की जनगणना covid-19 की वजह से टाल दी गयी थी जो अब 2023 में होगी।