भारतीय की सभ्यता सबसे प्राचीन सभ्यताओ में से एक है। हमारा भारत देश कई हज़ारो सालो से बसा हुआ है। भारत के हर शहर की अपनी एक खासियत है। भारत के पुरे इतिहास में कई राजवंशो और साम्राज्यों का प्रभुत्व रहा है। भारत में 4000 शहर है लकिन क्या आप जानते है भारत देश का सबसे पुराना शहर कौनसा है, यदि नहीं, तो आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बतायेगे कि भारत का सबसे प्राचीन शहर कौन सा है | Oldest City in India और जानेगे भारत के प्राचीन शहर से जुडी कुछ रोचक जानकारियाँ। भारत देश के पुराने शहरों के जानकारी प्राप्त करने के लिए इस आर्टिकल को पूरा पढ़े।
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भारत का सबसे प्राचीन शहर
आप सभी को यह बतादे की भारत का सबसे पुराना (प्राचीन) शहर वाराणसी है। तो आइये वाराणसी के बारे में कुछ अन्य जानकारी प्राप्त करें
वाराणसी
भारत के उत्तर प्रदेश राज्य की गंगा नदी के तट पर बसा वाराणसी शहर भारत देश का सबसे पुराना शहर है। वाराणसी को बनारस और काशी के नाम से भी जाना जाता है। इसको एशिया का सर्वाधिक पुराना शहर भी कहा जाता है। विश्व के सबसे पुराने ग्रन्थ ऋग्वेद में भी वाराणसी का जिक्र मिलता है। यहा लोगो के निवास के प्रमाण 3000 सालो से भी अधिक पुराना है, कुछ विद्वानों के अनुसार वाराणसी 4000-5000 वर्ष पुराना है। हिन्दू धर्म के पवित्र नगरों में से एक वाराणसी भी है। वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर, विंध्याचल मंदिर, चौरासी घाट, केशव मंदिर और बहुत से प्राचीन मंदिर है। बाबा भोलेनाथ की नगरी काशी अपने मंदिरो और घाटों के लिए विख्यात है। अधिक संख्या में श्रद्धालु काशी दर्शन के लिए जाते रहते है।
काशी का सबसे विख्यात मंदिर काशी विश्वनाथ मंदिर है। हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत वाराणसी में ही जन्मा और वहा से ही विकसित हुआ। यहा 84 घाट है जिनका उपयोग स्नान करने और दाह संस्कार करने के लिए किया जाता है। बनारस की साड़ी और पान भी बहुत फेमस है। माना जाता है कि यह भगवान शिव का निवास स्थान है। संध्या समय की गंगा आरती आपको मंत्रमुग्ध कर देगी। वाराणसी मलमल, रेशमी कपड़ो, इत्र, हाथी के दांत, शिल्प कला के लिए व्यापारिक एवं औद्योगिक केंद्र है। वाराणसी को मंदिरो का शहर, भारत की धार्मिक राजधानी, भोले की नगरी के नाम से संबोधित किया जाता है।
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वाराणसी शहर का नाम
वाराणसी दो नदियों के नाम से मिलकर बना है वरुणा और असि। वाराणसी के बहुत से नाम है जैसे :- काशी, बनारस, भोले की नगरी, वाराणसी भारत के पवित्र शहरों में स एक है। यह भगवान शिव और पार्वती जी का सबसे पुराना निवास स्थान माना जाता है। माना जाता है कि जो इंसान वाराणसी के घाट पर अपनी अंतिम साँसे लेगा उसको सीधा मोक्ष की प्राप्ति होगी।
वाराणसी का विख्यात काशी विश्वनाथ मंदिर
काशी विश्वनाथ मंदिर भगवान शिव की 12 ज्योतिलिंग में से एक है और वाराणसी का सबसे विख्यात मंदिर भी है। इसको इतिहास में 5 बार नष्ट और पुनर्निर्मित किया गया था। आखिरी बार इसका पुनर्निर्माण रानी अहिल्या बाई होल्कर द्वारा 1780 में करवाया गया था।
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वाराणसी के बारे में कुछ महत्वपूर्ण रोचक तथ्य
- भारत में सभ्यता और संस्कृति के रूप से वाराणसी का विशेष महत्त्व है
- भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक राजधानी वाराणसी है।
- यह नगरी भगवन शिव के त्रिशूल पर बसी है।
- वाराणसी एक वास्तुकला का संग्राहलय है।
- इसका नाम दो नदियों के नाम से जुड़कर बना है वरुणा और असि।
- वाराणसी में करीब 3000 मंदिर है , इसीलिए इसको “मंदिरो का शहर” भी कहा जाता है।
- विश्व में सबसे ज्यादा घाट वाराणसी में स्थित है। जिनकी संख्या 84 है।
- यह शहर धार्मिक इतिहास के लिए भी मशहूर है।
- गंगा नदी के तट पर स्थित वाराणसी को बाबा भोले नाथ ने बसाया था तभी इसको भोले की नगरी भी कहते है।
- यह शहर भारत संस्कृति का आईना है।
- हिन्दू धर्म के साथ ये बौद्ध और जैन धर्म के लिए भी पवित्र स्थान है।
- भगवन शिव की 12 ज्योतिलिंग में से एक ज्योतिलिंग वाराणसी में है, जिसको काशी विश्वनाथ के नाम से जाना जाता है।
- वाराणसी में इंद्र देव को प्रसन्न करने के लिए प्रत्येक वर्ष मानसून से पहले मेंढको की शादी का आयोजन अश्वमेध घाट पर किया जाता है।
भारत अन्य प्राचीन शहर
उज्जैन
मध्यप्रदेश राज्य में स्थित उज्जैन भारत के सबसे पुराने शहरों में से एक है, जो क्षिप्रा नदी के तट पर स्थित है। उज्जैन को मंदिरो का शहर भी कहा जाता है, यह शहर भी नियमित रूप से श्रद्धालुओं से भरा रहता है। उज्जैन में बाबा भोले नाथ का विश्व प्रसिद्ध मंदिर महकलेश्वर मंदिर भी है। क्षिप्रा नदी के किनारे कुम्भ का मेला भी लगता है। हिन्दू तीर्थयात्रिओ के लिए तो उज्जैन में बहुत से मंदिर है ही साथ ही वह बहुत से पर्यटक स्थल भी है। उज्जैन शहर में ऐसे बहुत से स्थल है जो उसके ऐतिहासिक होना का परिणाम देते है।
मदुरई
मदुरै भी भारत के सबसे प्राचीन शहरो में गिना जाता है। इब्र बतूता और मार्को पोलो ने भी अपनी यात्रा वृतांतो में इसका जिक्र किया है। कुछ पुरातत्व साक्ष्यों से यह भी पता चलता है की रोम और मदुरै के बीच में व्यापार का अस्तित्व तीसरी शताब्दी में आया था। मदुरै में प्रसिद्ध मीनाक्षी मंदिर भी है पार्वती माता को समर्पित ये मंदिर लोगो की आस्था का केंद्र माना जाता है। मदुरै वास्तुकला में अपनी प्रतिभा के लिए विख्यात है।
पटना
बिहार की राजधानी पटना भी प्राचीन शहर है जो गंगा नदी के दक्षिणी किनारे पर स्थित है। पटना में स्थित काली मंदिर दरभंगा काली माता का सबसे सबसे मंदिर है। इस शहर के बारे में मेगस्थनीज ने अपनी किताब इंडिका में लिखा हुआ है। सिख धर्म के दसवे गुरु गोबिंद सिंह जी का जन्म स्थान भी पटना है। पटना का प्राचीन नाम पाटलिपुत्र था। प्राचीनकाल में यह कला और ज्ञान का स्त्रोत था। महान आर्यभट्ट का जन्म भी पाटलिपुत्र (पटना) में 476 ईस्वी में हुआ था। इतिहास में पटना मगध साम्राज्य की राजधानी थी।
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भारत के प्राचीन शहर से जुड़े कुछ प्रश्न उत्तर
भारत देश का सबसे पुराना शहर वाराणसी है।
वाराणसी के अन्य नाम काशी, बनारस है।
वाराणसी में 84 घाट है।
वाराणसी का सबसे विख्यात मंदिर काशी विश्वनाथ मंदिर है।