भारत के रक्षा मंत्री वर्तमान में कौन हैं? Defence Minister of India 2023

भारत की रक्षा करने का कार्य रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आता है और रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आने वाला सारा कार्य रक्षा मंत्री द्वारा संभाला जाता है। हमारे देश की तीनों सेनाएं (जल, थल, वायु) रक्षा मंत्रालय का महत्वपूर्ण भाग है। भारत को हमेशा ही अपने पडोसी देशों या अन्य देशों से संदेहात्मक गतिविधियों का खतरा बना रहता है तो ऐसी ही गतिविधियों को रोकने और उनका सामना करने के लिए हमारा डिफेन्स सिस्टम का मजबूत होना आवश्यक है। इसको ताकतवर व सही तरह से कण्ट्रोल करने का कार्य रक्षा मंत्री का होता है। तो दोस्तों क्या आप यह जानते है की भारत के रक्षा मंत्री वर्तमान में कौन हैं? अगर आप नहीं जानते है। तो उसके लिए आपको परेशां होने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि आज हम बात करेंगे भारत के रक्षा मंत्री वर्तमान में कौन हैं? Defence Minister of India 2023

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भारत के रक्षा मंत्री वर्तमान में कौन हैं?
Defence Minister of India 2023

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रक्षा मंत्री (Defence Minister)

भारत सरकार भारत के हर भाग के सुरक्षा के लिए उत्तरदायी है। सभी सेनाओं की सर्वोच्च कमान राष्ट्रपति के पास निहित होती है। राष्ट्रीय सुरक्षा की ज़िम्मेदारी मंत्रिमंडल के पास निहित होती है। यह ज़िम्मेदारी रक्षा मंत्रालय के द्वारा निभाई जाती है। सेनाओं को देश की सुरक्षा के सम्बन्ध में नीति ,ढांचा, संसाधन उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी रक्षा मंत्रालय की होती है जो रक्षा मंत्री द्वारा नियंत्रित की जाती है। रक्षा मंत्री रक्षा मंत्रालय का प्रमुख होता है। रक्षा मंत्री का मुख्य कार्य होता है सुरक्षा संबंधी मामलों पर सरकार के साथ नीति-निर्देश बनाना और उनको लागू करना और उन्हें लागू करने के लिए सेनाओ, संगठनों, उत्पादन संस्थाओ, विकास संगठनों को सूचित करना। भारत के सबसे पहले रक्षा मंत्री की श्री बलदेव सिंह जी थे। उनका कार्यकाल 15 अगस्त 1947 से 15 मई 1952 तक रहा।

रक्षा मंत्रालय के विभाग

रक्षा मंत्रालय 5 विभागों से मिलकर बना है।

  • रक्षा विभाग

रक्षा मंत्रालय का रक्षा विभाग एकीकृत रक्षा स्टाफ और तीनों सेनाओ (जल थल वायु) तथा अन्य सेवा संगठनों की जिम्मेदारी का कार्य संभालता है। इसके अंतर्गत रक्षा बजट, रक्षा नीति, स्थापना कार्य, संसद से जुड़े मुद्दे और बाहरी देशों से रक्षा सहयोग तथा समस्त क्रियाकलाप सभी की जिम्मेदारी आती है। इसका कार्य युद्ध को रोकना और देश की रक्षा सिनिश्चित करने के लिए सैन्य बल प्रदान करना है।

  • रक्षा उत्पादन विभाग

रक्षा उत्पादन विभाग का प्रमुख सचिव वो होता है जो इसका नेतृत्व करता है। यह रक्षा उत्पादन, आयातित भंडार के स्वदेशीकरण ,उपकरणों, पुर्जों , हथियार कारखाना बोर्ड और सार्वजानिक क्षेत्र की रक्षा उद्यमों के उत्पाद के सम्बन्धित कार्यों को देखता है।

  • रक्षा अनुसंधान तथा विकास विभाग

रक्षा अनुसंधान तथा विकास विभाग का प्रमुख सचिव रक्षा मंत्री का सलाहकार ही होता है। इसका कार्य सैनिकों के साजो-सामान के वैज्ञानिक पक्ष , संचालन तथा सेना द्वारा इस्तेमाल किये जाने वाले उपकरणों से संबंधित शोध, उनका डिज़ाइन देखना और विकास की योजनाएँ बनाना है।

  • भूतपूर्व सैनिक/रक्षा कर्मी कल्याण विभाग

इसमें भूतपूर्व सैनिकों, कर्मचारियों के स्वास्थ्य योजना, पुनः नियोजन, पेंशन, पुनर्वास और केंद्रीय सैनिक बोर्ड तथा तीनों रक्षा सेवाओं की पेंशन से जुड़े मुद्दों का को देखा जाता है।

  • सैन्य कार्य विभाग

सैन्य कार्य विभाग के प्रमुख देश की तीनो सेनाओ के चीफ ऑफ़ डिफेन्स सचिव के रूप में करते है। इसे संसाधन उपयोग करने की सुविधा और तीनों सेनाओं के बीच संयुक्तता को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया है।

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भारत के रक्षा मंत्री वर्तमान में कौन हैं?

हमारे देश की रक्षा मंत्री की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा की जाती है। रक्षा मंत्री की नियुक्ति के लिए राष्ट्रपति प्रधानमंत्री की सलाह लेते है। भारत के वर्तमान 2023 रक्षा मंत्री(Defence Minister) श्री राजनाथ सिंह जी है इन्होने 30 मई 2019 को रक्षा मंत्री पद की शपथ ग्रहण की थी। राजनाथ जी का जन्म 10 जुलाई 1951 में भभौरा गॉंव जिला चंदौली में हुआ था। उनके पिताजी का नाम श्री रामबदन सिंह और माताजी का नाम श्रीमती गुजरती देवी है। 1971 में उनका विवाह हुआ और उनकी पत्नी का नाम श्रीमती सावित्री सिंह है। उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा अपने गांव से ही ग्रहण की उसके बाद अपनी स्नाकोत्तर की पढाई के लिए गोरखपुर चले गए और वहा से M.sc(physics) की शिक्षा ग्रहण की थी। राजनाथ सिंह जी ने कुछ समय एक भौतिकी प्रोफेसर की रूप में भी कार्य किया।

राजनाथ सिंह जी ने अपनी राजनीतिक जीवन की शुरुआत अखिल भारतीय विधार्थी परिषद (ABVP) में एक छात्र के रूप में की थी और आगे चलकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अध्यक्ष बने। यह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रह चुके है लेकिन इनका मुख्यमंत्री पद पर कार्यकाल करीब दो साल रहा। राजनाथ जी अपनी 13 साल की उम्र में ही राष्ट्रीय स्वयंसेवा संघ(RSS) में शामिल हो गए थे। 1972 में आरएसएस की मिर्जापुर की शाखा के महासचिव भी बने और फिर 1974 से राजनीति में शामिल हो गए।

श्री राजनाथ सिंह जी के पद

  • 1974 में उनको भारतीय जनसंघ का सचिव बनाया गया।
  • 1975 में भारतीय जनसघ का जिला अध्यक्ष के रूप में चुने गए।
  • 1977 में मिर्जापुर के विधान सभा के सदस्य चुने गए। ।
  • 1983 में उत्तरप्रदेश भाजपा के प्रदेश सचिव बने।
  • 1984 भाजपा के युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष बने।
  • 1986 में भाजपा युवा मोर्चा के महासचिव बने।
  • 1988 में राष्ट्रीय अध्यक्ष बने और उत्तरप्रदेश में विधान सभा की सदस्यता मिली ।
  • 1991 में उत्तर प्रदेश के शिक्षा मंत्री बने।
  • 1994 में राज्यसभा संसद बने।
  • 197 में उत्तरप्रदेश के अध्यक्ष बने।
  • 1999 केंद्रीय परिवहन मंत्री बने।
  • 2000 में उत्तरप्रदेश में मुख्यमंत्री बने।
  • 2002 में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव बने।
  • 2003 में केंद्रीय कृषि मंत्री बने।
  • 2004 में एक बर फिर भाजपा के महासचिव् बने।
  • 2005 भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने।
  • 2009 में गाज़ियाबाद के निर्वाचन क्षेत्र से सांसद चुने गए।
  • 2014 को भारत सरकार के गृहमंत्री के रूप में नियुक्त किया गया।

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भारतीय सेना | Indian Army

भारतीय सेना मुख्य तीन विभागों में विभाजित है

  • भारतीय थल सेना

भारतीय थल सेना का मुख्यालय दिल्ली में स्थित है। भारत का राष्ट्पति भारतीय थल सेना का प्रधान सेनापति होता है। भारतीय थल सेना सीमा पर किसी भी बलिदान के लिए तैयार खड़ी रहती है ताकि देशवासी शान्ति और सम्मान के साथ जीवन व्यतीत कर सके। भारतीय थल सेना का उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा और राष्ट्र को आंतरिक एवं बाहरी खतरों से बचाना है और ये प्राकृतिक आपदाओं या अन्य आपदाओं के दौरान मानवीय बचाव जैसे अभियान भी चलते है। इनका कार्य सीमाओं पर सुरक्षा एवं शांति बनाये रखना है। थल सेना को विभिन्न प्रकार की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार किया जाता है।

  • भारतीय नौसेना

भारतीय नौसेना भारतीय सेना का सामुद्रिक अंग है।400 सालो से भारतीय सीमा के साथ-साथ भारत की सभ्यता एवं संस्कृति के भी रक्षक है। हमारे पड़ोस के ऐसे देश जो अपने व्यापार के लिए महासागरों पर निर्भर रहते है नौसेना उनके लिए समुद्र में स्थिरता के उपाय सुनिश्चित करती है। इस कार्य को पूरा करने के लिए नौसेना अपनों क्षेत्रीय तथा क्षेत्र के बहार की सेना के साथ मिलकर अतः क्षमता बढ़ा रही है। देश की नौसेना की शक्ति बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है इसलिए जहाज और पनडुब्बियों का निर्माण में बढ़ोतरी हो गयी है।

  • भारतीय वायु सेना

वायु सेना राष्ट्र की सैन्य संगठन की एक शाखा है। जिसका मुख्य कार्य देश के लिए वायु चौकसी, वायु युद्ध, वायु सुरक्षा करना है। भारतीय वायुसेना संयुक्त राष्ट्र में शान्ति मिशन का भी सक्रिय हिस्सा रही है। भारत के राष्ट्रपति वायु सेना की कमांडर इन चीफ के रूप में कार्य करते है।

Defence Minister of India से सम्बंधित कुछ प्रश्न व उनके उत्तर

भारत में रक्षा मंत्रालय कहा स्थित है ?

भारत में रक्षा मंत्रालय दिल्ली में स्थित है

वायु सेना की स्थापना कब हुई थी ?

वायु सेना की स्थापना 8 अक्टूबर 1932 को हुई थी।

थल सेना की स्थापना कब हुई थी ?

थल सेना की स्थापना 1 अप्रैल 1895 को हुई थी।

नौसेना दिवस कब मनाया जाता है ?

नो सेना दिवस 4 दिसंबर को मनाया जाता है।

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